पीएम नरेन्द्रमोदीकी उच्च स्तरीय बैठकमें राष्‍ट्रविरोधी गतिविधियोंमें लिप्‍त ‘एनजीओ’के निधिबन्धनकी (फण्डिंग) जांचके आदेश !


जून ११, २०१८

भारत राष्‍ट्रविरोधी गतिविधियोंमें लिप्‍त गैरसरकारी संगठनोंके (एनजीओ) विरुद्ध और सख्त करनेके लिए तैयार है ! प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदीकी अध्‍यक्षतामें इसको लेकर उच्‍चस्‍तरीय बैठक हुई है । मोदीने शीर्ष सुरक्षा अधिकारियोंको वैसे ‘एनजीओ’के निधिबन्धनपर (फण्डिंगपर) विशेषतया देखरेख रखनेको कहा है, जिनपर राष्‍ट्रविरोधी गतिविधियोंमें संलिप्‍त होनेका सन्देह है । प्रधानमन्त्रीने साथ ही विभिन्‍न राज्‍योंकी पुलिससे भी अच्छे सम्पर्क रखनेका निर्देश दिया है ! गृह मन्त्रालय राज्‍योंसे सम्पर्क साधकर इस प्रकरणपर कार्य करेगा । ‘फर्स्‍ट पोस्‍ट’के अनुसार, मोदीने हाल में ही इस प्रकरणपर गम्भीर चिन्ता दिखाई थी । विगत कुछ वर्षोंसे सरकारी जांच विभागोंने ‘एनजीओ’के निधिबन्धनको रोकनेकी प्रक्रिया तेजकी है । दानमें मिले धनका दुरुपयोग करनेके प्रकरणमें कई गैरसरकारी संगठनोंपर कार्रवाई भी की गई है, विशेषतया ऐसे संगठनोंके विरुद्ध, जिनपर देशकी सम्प्रभुताके लिए संकट पैदा करनेका संदेह था । गत वर्ष उच्चतम न्यायालयने भी इसपर चिन्ता दिखाते हुए केन्द्रसे ‘एनजीओ’को मिलने वाले सरकारी दानको विनियमित करनेके लिए नियम तय करनेकी बात कही थी । देशमें लगभग ३० लाख गैरसरकारी संस्‍थाएं संचालित हो रही हैं । इनमेंसे केवल १० प्रतिशत ‘एनजीओ’ही आय -व्‍ययका ब्‍यौरा देते हैं । एक आंकलनके अनुसार, ‘एनजीओ’इसका लाभ उठाकर सरकारसे मिलने वाले ९०० कोटि रुपये व्यय करते हैं । विदेशोंसे मिलने वाला दान भिन्न है ।

विगत कुछ वर्षोंमें देशमें संचालि‍त कुछ गैरसरकारी संस्‍थाओंकी कार्यप्रणालीने सन्देह बढाया है । शीर्ष अधिकारीने बताया कि ‘सीबीआई’के एक विवरणमें अधिकतर ‘एनजीओ’द्वारा बिना किसी उत्तरदायित्वके कार्य करनेकी बात कही गई है । उच्चतम न्यायालय भी पूर्व में ऐसे संगठनोंकी पारदर्शितापर प्रश्न कर चुका है । इस अधिकारीने बताया कि ‘एनजीओ’सामाजिक बदलावमें सहायक सिद्ध हो सकते हैं; लेकिन कुछ संगठनोंकी गतिविधियोंसे राष्‍ट्रीय हितोंपर प्रतिकूल प्रभाव भी पड सकता है । कई संगठनोंद्वारा देश हितके विरुद्ध कखर्य करनेके साक्ष्य मिलनेके बाद मोदीने ‘एनजीओ’के दानकी देखरेख बढानेके निर्देश दिए हैं । विवादास्‍पद धर्म प्रचारक जाकिर नाइकके संगठन ‘इस्‍लामिक रिसर्च फाउण्डेशन’का प्रकरण सामने आनेके बाद दृढतासे नियन्त्रणके लिए पग उठानेके लिए तत्पर है ।

अंक -विवरणानुसार, ‘एनजीओ’को देश और विदेशोंसे लगमग २७ सहस्त्र कोट्यावधिका दान मिलता है ! गृह मन्त्राल के अनुसार ‘विदेशी दान विनियमन कानून’ (एफसीआरए), २०१० के अन्तर्गत २५,००० कोटि संस्‍थाएं पंजीकृत हैं । वर्ष २०१६ -१७ के अन्तर्गत इन संगठनोंको विभिन्‍न मदमें १८,०६५ कोटिका दान मिला था । इनमेंसे अधिकांश ‘एनजीओ’को बडे संस्थानोंकी ओरसे भी दान मिला है !

स्रोत : जी न्यूज



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