निधर्मी लोकतन्त्रमें सर्व प्रयास यहां तक कि शत्रुओंके दमन हेतु उपाय योजना भी सतही होते हैं । जैसे पाकिस्तान सतत आतंकवादी निर्माण कर उसे सीमा पारसे अवैध रूपसे घुसपैठ करवाता रहता है और हमारे सैनिक उन्हें मारते रहते हैं इसी क्रममें अनेक निर्दोष नागरिक एवं सैनिक भी मारे जाते हैं और यह छद्म युद्ध अनेक वर्षोंसे चल रहा है । आंतकके पर्याय बने इस देशको ही यदि अच्छेसे पाठ पढाया जाए तो क्या इस समस्याका स्थाई समाधान नहीं हो जाएगा ! इसलिए हिन्दू राष्ट्रमें राज्यकर्ताओंको भी प्रशासक वर्ग समान राजधर्मकी परीक्षामें उत्तीर्ण होना होगा तो ही वे राज्य करनेके अधिकारी होंगे ! नागरिकों और सैनिकोंके जीवनके साथ खिलवाड करनेका अधिकार राज्यकर्ताओंको नहीं है, यह ध्यान रहे ! जिनके कालमें ऐसा होता है वे राज्यकर्ता महापापके अधिकारी होते हैं !
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