प्रातः उठाकर नामजप करता हूं, इसके पश्चात सोनेसे क्या नामजपका लाभ मिलता है ? -  अल्पेश, सूरत


उत्तर : नामजप चाहे जैसे करें, उसका लाभ मिलता ही है, एक प्रसिद्ध कहावत है “राम नाम टेढो भला” । अर्थात भगवानका नाम कैसे भी लिया जाए, कहीं भी लिया जाए उसका लाभ मिलता ही है, किन्तु यदि आप ऐसा सोचते हैं, नामजप ब्राह्म मुहूर्तमें करना चाहिए और आप उसकालमें उठकर नित्य कर्मसे निवृत्त होकर भावपूर्वक नामजप करते हैं तो आपको अपेक्षाकृत अधिक लाभ मिलता है, किन्तु उसी कालमें उंघते हुए नामजप करनेसे अच्छा है कि जब आप तरोताजा आनुभव करते हों, उस कालमें नामजप करें; क्योंकि नींदमें नामजप करनेसे तमोगुण हावी होता है; अतः नामजपका अधिक लाभ नहीं मिलता है । जहां तक नामजपके पश्चात सोनेसे नामजपका लाभ कम होनेका प्रश्न है तो ऐसा कुछ नहीं होता है; किन्तु शास्त्र कहता है कि सूर्योदयके पश्चात सोनेसे मन एवं बुद्धिपर आवरण निर्माण होता है अर्थात तमोगुण बढ जाता है; इसलिए रात्रिमें शीघ्र सोएं एवं ‘कमसे कम’ आपके शरीरकी आवश्यकता अनुसार पांचसे सात घण्टेकी निद्रा प्रातः सूर्योदयसे पूर्व पूर्ण करें । सूर्योदयके पश्चात रात्रिके सात बजे तक क्यों नहीं सोना चाहिए ?, इसका कारण आयुर्वेदके अनुसार कल बताएंगे – तनुजा ठाकुर (क्रमश:)



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