सितम्बर २१, २०१८
मध्य प्रदेशके मुख्यमन्त्री शिवराज सिंह चौहानने गुरुवारको कहा कि मध्यप्रदेशमें ‘एससी एसटी एक्ट’के अन्तर्गत जांचके बिना किसीको भी बन्दी नहीं बनाया जाएगा । अपनी ‘जन आशीर्वाद यात्रा’के समय जनजातीय बालाघाटमें समाचार माध्यमोंके साथ वार्ता करते हुए चौहानने यह भी कहा कि वह मध्यप्रदेशमें इसका दुरुपयोग नहीं होने देंगे ।
चौहानने एक ‘ट्वीट’में दोहराया, “एमपीमें नहीं होगा एससी/एसटी अधिनियमका दुरुपयोग, बिना जांचके नहीं होगी गिरफ्तारी ।”
शिवराज सिंह चौहानका यह वक्तव्य ऐसे समयमें आया है जब केन्द्र शासनने उच्चतम न्यायालयके निर्णयमें संशोधन करते हुए ‘एससी एसटी एक्ट’को लगभग पहलेकी भांति कर दिया है, जिसमें इस अधिनियमके अन्तर्गत आरोपीको अग्रिम जमानत मुश्किल है । इसमें बदलावके पश्चात राज्यमें शिवराज सिंह चौहानको ऊंची जातियोंका विरोध झेलना पड रहा है ।
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह नियममें परिवर्तन लानेका प्रस्ताव रखेंगे तो चौहानने कहा, “निर्देश जारी करना पर्याप्त है इसके लिए । समाजके प्रत्येक वर्गका कल्याण होगा । सामान्य, पिछडा, एससी और एसटी, सबके अधिकार सुरक्षित रहेंगे और सबको न्याय मिलेगा ।
सामान्य पिछडा अल्पसंख्यक अधिकारी आवाम कर्मचारी संघके (एसएपीएकेएस) प्रदेश अध्यक्ष केदार सिंह तोमरने कहा, “इस मौखिक आश्वासनके साथ कुछ भी नहीं होने वाला है । इस नियमके सामान्य, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदायोंके लोगोंके अधिकारोंका हनन हुआ है । लोगोंके मध्य क्रोधको देखते हुए शासन मौखिक रूपसे अपना रवैया परिवर्तित रही है । हमारा विरोध केवल अधिनियममें बदलावके पश्चात ही समाप्त होगा ।
स्रोत : लाइव हिन्दुस्तान
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