अब सहारनपुरसे आरम्भ हुआ हिन्दुओंका पलायन, घरोंपर लगे ‘यह मकान बिकाऊ है’के फलक !!


अप्रैल ३०, २०१९

 

उत्तर प्रदेशके सहारनपुरमें मजहबी उन्मादियोंके भयसे हिन्दू पलायन करनेको विवश रहे हैं तथा उन्होंने अपने घरोंपर “यह मकान बिकाऊ है”के फलक (पोस्टर) लगाए हैं । सहारनपुर देहात कोतवाली क्षेत्रके ग्राम दाबकीके निकट शुभ सिटीके नामसे नूतन उपनिवेश (कॉलोनी) बना है, जहां अभी तक न तो सडक है और न ही विद्युतकी व्यवस्था हैं । लोगोंने बल्लियोंको खम्भेके रूपमें प्रयोगकर घरोंतक बिजली पहुंचाई है । इसी उपनिवेशमें मदनलाल सहित अन्य परिवार भी रहते हैं । गत शुक्रवार, २६ अप्रैल रात्रि लगभग आठ बजे ग्राम दाबकीका एक मुस्लिम युवक ट्रैक्टर लेकर मदनलालके घरके सामनेसे गया । मदनलालके घरके बाहर लगा विद्युत तार ट्रैक्टरमें उलझकर टूट गया, जिसपर मदन लालने विरोध प्रकट किया, तो ट्रैक्टर चालक भडक उठा ।

उन्मादी ट्रैक्टर चालकने उसके साथ बैठे व्यक्तिको गांव भेजकर साथियोंको बुलाकर लानेके लिए कहा । इसके अतिरिक्त उसने कई लोगोंको बुला लिया ! मदनलालका आरोप है कि मुस्लिम समुदायके लगभग ३० लोगोंने एकत्रित होकर लाठी-डंडोंसे आक्रमण कर दिया, जिसमें वह चोटिल हो गया । मदनलालने यहां पुलिसपर भी आरोप लगाए हैं तथा बताया है कि इसकी परिवाद उन्होंने देहात कोतवालीमें की; परन्तु कोई कार्यवाही नहीं हुई, जबकि आरोपी निरन्तर उन्हें चेतावनी दे रहे हैं ! मदनलालने बताया कि तीन दिवस हो गए; परन्तु उनकी परिवाद तक भी प्रविष्ट नहीं की गई है !

इसके पश्चात शुभ सिटीमें नूतन घर बनाकर रहनेवाले लोग भयभीत हैं । उन्होंने अपने घरोंपर ‘मकान बिकाऊ है’के फलक (पोस्टर) लगा दिए हैं । अब अंधेरा होनेके पश्चात घरसे निकलनेमें संकट अनुभव कर रहे हैं । मदन लाल कहते हैं कि आरोपी निरन्तर उनको चेतावनी दे रहे हैं, तथा बच्चे भी भयभीत हैं । ऐसी स्थितिमें यहांपर रहना संकटप्रद है । उनका यहांसे चले जाना ही ठीक है; इसलिए उन्होंने अपने नूतन घरपर विक्रयके लिए फलक (पोस्टर) चिपका दिया है ।

मदनलाल ही नहीं वरन यहां रहनेवाली चिकित्सक कुसुम कहती हैं कि यहांपर पहलेसे ही असामाजिक तत्त्वोंका बोलबाला रहा है ! रातमें डेढ बजे असामाजिक तत्त्व आकर अभद्रता करते रहे; परन्तु अबतक वह स्थिति सुधर जानेकी आशामें रहते रहे । गत २६ अप्रैलको हुई घटनाके पश्चात अब यहां रहना सुरक्षित नहीं लग रहा है; इसलिए उन्होंने भी अपना घर विक्रय करनेका मन बना लिया है और ‘मकान बिकाऊ है’का फलक (पोस्टर) लगा दिया है !

नूतन घर बना रहे सुधीर तो इस घटनाके पश्चात इतना भयभीत हैं कि उन्होंने घरका निर्माण मध्यमें ही रोक देनेका मन बना लिया है । वह कहते हैं कि वह शांतिसे अपने परिवारके साथ रहना करना चाहते हैं; परन्तु यहां तो झगडा कभी भी हो सकता है, वह इस घरको विक्रय कर देंगें । पासमें ही रहनेवाले राम सिंह राणा कहते हैं कि उन्हें नहीं ज्ञात था कि यहां ऐसा वातावरण है । अबतक असामाजिक लोग यहां मद्य पीकर, जुआ खेलते थे और उपद्रव करते थे; परन्तु अब तो सीमा पार हो गई है ! प्रतिदिन कौन झगडा करेगा और पुलिसके चक्कर काटेगा !

पीडित मदनलालका कहना है कि उनपर आक्रमण करनेके लिए पहुंचे लोगोंने चेतावनी दी कि वह इस क्षेत्रको कैराना बना देंगें !! उनका रास्ता बंद कर दिया जाएगा, भित्त (दीवार) बनाकर आना-जाना रोक दिया जाएगा ! इस प्रकरणमें एसएसपी दिनेश कुमारका कहना है कि इसकी जांच की जा रही है । दोनों पक्षोंकी परिवाद आ गई है । उन्होंने तुरन्त कार्यवाही किए जानेके निर्देश दिए हैं ।

 

“जिहादी उन्मादियोंने कैराना आदिकी भांति हिन्दुओंको यहांसे निकल जानेको कहा है और हिन्दू जाने हेतु सज्ज है, होंगें भी क्यों न ? शान्तिसे रहनेकी आशा रखनेवाले हिन्दू क्षात्रवृत्तिका त्याग वर्षों पूर्व ही कर चुके हैं और जिसका परिणाम यह है कि उन्हें धर्मान्धोंकी तलवारोंका भय है । यूं ही थोडे गजनवी मुट्ठीभर संख्या होनेके पश्चात भी इतने हिन्दुओंके समक्ष उनकी स्त्रियोंको उठाकर ले गया था । इन हिन्दुओंको अब जो भी थोडी बहुत आशा है, वह पुलिससे है, वह भी कार्यवाही नहीं कर रही है और यह सब हिन्दुवादी शासनके अन्तर्गत हो रहा है ! आज एक नहीं अनेक स्थानोंसे हिन्दुओंके पलायनके समाचार आ रहे हैं, ऐसेमें हिन्दुओंको अब यह विचार करना होगा कि भाईचाराका भ्रामक चोला पहने रहना है या समाधान करना है; क्योंकि भागना समाधान नहीं हैं; क्योंकि फिर कहीं और धर्मान्धोंकी संख्या बढेगी तो फिर भगाए जाएंगें; अतः भागना नहीं, जागना है और इन जिहादी दुष्कर्मोंको पहचानना है  ! ”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ

 

स्रोत : सुदर्शन न्यूज



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