जुलाई १७, २०१८
गुप्तचर विभागके एक विवरणके अनुसार कश्मीरमें पाकिस्तानके गुप्तचर विभाग ‘आईएसआई’की एक षडयन्त्रका प्रकटीकरण हुआ है । कश्मीरमें आतंकियोंको भिडन्तमें मारनेकी घटनाओंसे भयभीत आईएसआई अब कश्मीरी युवकोंको वीजाकेद्वारा पाकिस्तान बुला कर उन्हें भारतपर आतंकी आक्रमणका प्रशिक्षण देनेमें लगी हुई है ।
गृह मन्त्रालयको भेजे एक विवरणमें जांच विभागने कुछ बन्दी बनाए आतंकियोंसे हुई पूछताछके आधारपर ‘आईएसआई’के नवीन षडयन्त्रका प्रकटीकरण किया है । शासनको भेजे अपने विवरणमें जांच विभागने कहा है कि कश्मीरमें उपस्थित आतंकी अपने संगठनमें आतंकियोंकी भर्तीके लिए नेटवर्क बनाया हुआ है ।
कश्मीरमें आतंकी सबसे प्रथम उन युवकोंकी सूची तैयार करते हैं, जिन्हें सरलतासे अपने दलमें प्रविष्ट किया जा सकता है । सूचीको पाकिस्तान भेजा जाता है, जिसके पश्चात ऐसे कश्मीरी युवकों पाकिस्तानी आदेश-पत्र (वीजा) उपलब्ध कराया जाता है, जो पाकिस्तान आकर आतंकी प्रशिक्षण लेना चाहते हैं ।
पाकिस्तानमें इन कश्मीरी युवकोंको पाक अधिकृत कश्मीरमें उपस्थित आतंकी शिविरमें भेजा जाता है, जहांपर फिदाईन आक्रमणसे लेकर शस्त्र चलानेका प्रशिक्षण दिया जाता है । प्रशिक्षण पूर्ण हो जानेके पश्चात इन्हें वापस भारत भेजा जाता है और फिर कश्मीरमें उपस्थित आतंकियोंका समूह इन्हें शस्त्र उपलब्ध कराता है ।
भारत पाकिस्तान सीमापर अधिक चौकसी होनेके कारण आतंकियोंके लिए सीमा पार करना इतना सरल नहीं है । आतंकियोंके दल भारतमें प्रविष्ट होनेके अन्तराल सुरक्षा बलोंकी कार्यवाहीमें मारे जाते हैं, जिससे आतंकियोंके प्रवेशमें ‘आईएसआई’को काफी परेशानी आती हैं ।
गुप्तचर विभागके अनुसार ‘आईएसआई’ भारतपर बडे आक्रमण न कर पानेके कारण बौखलाहटमें हैं और वह ‘जैश-ए-मोहम्मद’के साथ मिलकर समुद्रके रास्ते भारतपर एक और बडेक्षआतंकी आक्रमण करनेका अवसर ढूंढ रहे है । यही नहीं पाकिस्तानके बहावलपुरमें जैशके आतंकियोंको पानीमें गहरे गोते लगाने और तैरनेका विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है । विभागके अनुसार आने वाले दिनोंमें आतंकी नौसेनाके स्थान या सम्पत्तिको लक्ष्य बना सकते हैं ।
स्रोत : जी न्यूज
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