जून ५, २०१८
सीमापर संघर्ष विराम उल्लंघनके प्रकरणके मध्य पाकिस्तानकी सेना ने कहा है कि जब कूटनीति असफल होती है तभी युद्ध होता है। पाक सेनाने चेतावनी देकर कहा कि हमारे शांतिके प्रयासोंको हमारी दुर्बलता समझनेकी भूल नहीं करनी चाहिए; हालांकि पाक सेनाने यह भी कहा कि भारतके साथ किसी प्रकारके युद्धकी अभी कोई सम्भावना नहीं है; क्योंकि दोनों ही देश परमाणु शस्त्र सम्पन्न हैं। पाक सेना की समाचार तन्त्र शाखा ‘इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस’के (आई.एस. पी.आर.) महानिदेशक मेजर जनरल आसिफ गफूरने एक प्रैस वार्तामें २०१८ के आरम्भ से लेकर अब तक भारतपर १०७७ बार संघर्ष विराम उल्लंघनका आक्षेप किया ।
गफूरने कहा , ‘युद्ध तब होता है जब कूटनीति विफल होती है।’ उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष द्विपक्षीय मुद्दोंपर एक – दूसरेेके सम्पर्कमें रहे, लेकिन भारत बातचीतसे पीछे हट गया । उन्होंने कहा , ‘भारतीयोंको यह समझना चाहिए कि वे भविष्यमें कहां जाना चाहते हें।’
उन्होंने कहा , ‘हम दोनों परमाणु शक्तियां हैं और युद्धके लिए कोई आशंका नहीं है।’ गफूरने कहा कि पाकिस्तानने भारतीय गोलीबारीका उत्तर नहीं दिया था। उसने २००३ के संघर्ष विराम सन्धिका पालन करनेके लिए गत सप्ताह दोनों देशोंकी सेनाओंके मध्य बनी सहमतिका पालन किया; लेकिन भारतने जब नागरिकोंको निशाना बनाया तो वह उत्तर देने पर विवश हुआ ।
उन्होंने कहा , ‘यदि भारत प्रथम प्रहार करता है और कोई हानि नहीं पहुंचता है, तो हम उत्तर नहीं देंगे ! यदि भारत दूसरी गोली चलाता है तो हम प्रत्युत्तर देंगे।’ भारतीय बलोंद्वारा रविवारको सीमासे लगे गांवोंपर की गई गोलाबारीमें एक महिला और एक नाबालिग लडकीकी मृत्यु हुई थी, जबकि चार बालकों और आठ महिलाओं सहित २४ अन्य चोटिल हुए थे। गफूरने कहा कि पाकिस्तान संघर्ष विराम सन्धि का पालन चाहता है।
स्त्रोत : पंजाब केसरी
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