जून १, २०१८
भारतने पाकिस्तानको चेतावनी दी है कि यदि उनकी ओर से आतंकवादियोंकी घुसपैठ जारी रही तो इस सप्ताह हुए संघर्ष विराम सन्धिपर वह तोड सकता है। भारतने दोनों देशोंके मध्य चल रहे ‘ट्रैक-2’ बातचीतकेद्वारा पाकिस्तानको लगभग २० ‘जैश-ए-मोहम्मद’ आतंकवादियोंके घाटीमें घुसनेकी जानकारी दे दी है। साथ ही चेतावनी भी दी गई है कि पाक सेना किसी भी तरह अपनी तरफसे घुसपैठको रोके ! भारतने यह भी कहा है कि घाटीमें रमजानके मध्य आतंकवादी विरोधी सैन्य कार्रवाईके रोके जानेके सरकारके निर्णयका सम्मान होना चाहिए।
पप्रकरणसे जुडे उच्चपदस्थ सरकारी सूत्रोंने बताया कि ‘ट्रैक-2’ बातचीतमें सम्मिलित पाकिस्तानी अधिकारियोंने भारतकी इस शिकायतको काफी गम्भीरतासे लिया है। ज्ञात है कि विगत मंगलवारको दोनों देशोंके ‘महानिदेशक मिलिट्री ऑपरेशन’के (डीजीएमओ) मध्य हुई वार्तामें संघर्ष विराम बनाए रखनेके लिए ऐसे प्रकरणपर बन्दूकके स्थानपर सूचनाके आदान प्रदान और ‘फ्लैग मीटिंग’के माध्यमसे वार्ता कर समाधान निकालनेपर सहमति बनी थी। आवश्यकता पडी तो डीजीएमओ एक बार फिर औपचारिक तौर पर इस प्रकरणपर वार्ता करेंगे।
सूत्रोंके अनुसार पाकिस्तानी सेनाका शीर्ष नेतृत्व भारतके साथ संघर्ष विरामको लेकर काफी गम्भीर है; लेकिन उनकी सेनाके मध्य स्तरकी ओर से इस सन्धिपर उत्साहपूर्ण प्रतिक्रिया नहीं है। ‘लश्कर-ए-तोएबा’ और जैश जैसे पाकके भारत विरोधी आतंकी संगठन घुसपैठके लिए ऐसे ही अधिकारियोंकी सहायता लेते हैं।
सेनाके अधिकारीके अनुसार जम्मू- कश्मीरमें अन्तरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) और नियन्त्रण रेखापर (एलओसी) गर्मीके कारणसे हिम पिघली हुई है। ऐसे में घुसपैठ बहुत आसान है। सेना और कश्मीर पुलिसके पास विद्यमान सूचनाके अनुसार २०० से अधिक प्रशिक्षित आतंकी सीमा पार करनेके लिए तैयार बैठे हैं।
ज्ञात है कि पिछले वर्ष रमजानमें कश्मीरमें आतंकवाद विरोधी कार्रवाई जारी थी जिसमें २७ आतंकी, ९ सुरक्षाकर्मी और ६ नागरिक मारे गए थे। रमजानके बाद शुरु हुए अमरनाथ यात्रामें भी लम्बे समय बाद आतंकियोंने बसपर आक्रमण किया था जिसमें ७ लोगोंकी मृत्यु हुई और १९ घायल हुए थे।
स्रोत : जी न्यूज
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