मार्च २०, २०१९
पाकिस्तानमें एक नेताने हिन्दुओंको लेकर विवादित वक्तव्य दिया है । ‘पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी’के नेता शेर आजम वजीरने विधानसभामें भाषण देते हुए हिन्दुओंको शत्रु बताया । उनके इस वक्तव्यका हिन्दू नेताओं रवि कुमार और रंजीत सिंहने विरोध किया और सदनसे बाहर चले गए । बादमें आजमने कहा कि उन्हें हिन्दुस्तान कहना था ।
पीपीपीके इस नेताने यह वक्तव्य पुलवामा आतंकी आक्रमणके सन्दर्भमें दिया । रवि कुमार और रंजीत सिंहके विरोधके पश्चित शेर आजमने अपने शब्दोंपर क्षमा मांगी और कहा कि उन्हें इसके स्थानपर ‘हिंदुस्तान’ (भारत) शब्दका प्रयोग करना चाहिए था । कुछ समय पश्चात विधानसभाके सदस्योंने दोनों हिन्दू नेताओंको विश्वासमें लिया और उन्हें सत्रमें वापस लाया गया ।
रवि कुमारने कहा कि हिन्दू समुदाय पाकिस्तानका शत्रु नहीं हो सकता । विधानसभा अध्यक्ष मुश्ताक गनीने वजीरकी टिप्पणीको विधानसभाकी कार्यवाहीसे निकाल दिया है ।
बता दें कि पाकिस्तानके खैबर पख्तूनख्वा प्रान्तकी विधानसभामें ३ अल्पसंख्यक सदस्य हैं ! बता दें कि १४ फरवरीको पुलवामामें सीआरपीएफके दलपर हुए आक्रमणके पश्चात भारत और पाकिस्तानके मध्य तनाव बढ गया था ।
इस आक्रमणमें सीआरपीएफके ४० सैनिक हुतात्मा हो गए थे । पुलवामा आक्रमणके पश्चात भारतने पाकिस्तानके बालाकोटमें कार्यवाही करते हुए ‘जैश-ए-मोहम्मद’के आतंकी स्थलोंपर बमबारी की ।
“धर्मान्ध नेता चाहे पाकिस्तानके हो या हिन्दुस्तानके, हिन्दू विरोधी विष तो कण-कणमें भरा ही रहता है और वहीं विष वाणीद्वारा प्रसारित होता है । यदि कोई ऊपरसे प्रकट न करे तो भीतर ही भीतर कुण्ठा रखता है । अन्ततः मस्जिदोंद्वारा प्रसारित विष जिसमें बुतपरस्तोंसे घृणा करधा सिखाया जाता है ! यह मानसिकता केवल हिन्दुओंतक ही सीमित नहीं है, यजीदी अथवा अन्य कोई भी हो इस्लामिक मानसिकताका लक्ष्य बनते रहते हैं ! और यदि वास्तवमें आजम वजीरका द्रोह हिन्दुओंके प्रति न होकर हिन्दुस्तानके प्रति होता तो वे पाकिस्तानमें रह रहे हिन्दुओंकी समस्याओंको अवश्य उठाते; परन्तु ऐसा नहीं है !”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : आजतक
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