मुझे बन्दी बनाना, मुख्यमन्त्री विजयनद्वारा जिहादियोंको रमजानकी भेंट ! – पूर्व विधायक पी.सी. जॉर्ज
४ मई, २०२२
मुझे बन्दी बनाकर मुख्यमन्त्री विजयन पिनराईने रमजानके उपलक्ष्य आतङ्कवादी मुसलमानोंको भेंट दी है, पूर्व विधायक एवं कांग्रेसके पूर्व नेता पी.सी. जॉर्जने ऐसी टिप्पणीकी है । जॉर्ज और बताते हैं, मैं एक बात स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं मेरे कथनपर अभी भी अडिग हूं । मैंने अनुचित विधान किया होता, तो वह विधान ‘वापस’ लेकर क्षमा मांगनेमें भी मैं पीछे नहीं रहता । मेरा भाषण हिन्दू महासम्मेलनमें हुआ था । मैंने वहां यही कहा था कि मुझे मुसलमान कट्टरवादियोंके चुनावी मतोंकी आवश्यकता नहीं है । जो भारतसे प्रेम नहीं करता, ऐसे किसी भी व्यक्तिके, चाहे वे ईसाई, मुसलमान अथवा हिन्दू क्यों न हों, मुझे उनके मत नहीं चाहिए । ऐसा विधान करनेपर मुझे धर्मान्ध कैसे कहा जा सकता है ? उन्होंने ऐसा प्रश्न भी उपस्थित किया ।
पी.सी.जॉर्जने हिन्दू महासम्मेलनमें भाषण देते हुए कहा था, ‘मुसलमानोंके उपहारगृहोंमें हिन्दुओंको नंपुसक बनानेका प्रयत्न किया जाता है । वहां चाय जैसे पेयमें औषधि डाली जाती है, जिससे व्यक्ति नंपुसक हो जाता है; अत: ऐसे उपहारगृहोंका बहिष्कार किया जाए । अन्य धर्मियोंको नंपुसक बनाकर मुसलमान देशपर नियन्त्रण करना चाहते हैं और स्वयंकी जनसंख्या भी बढा रहे हैं । इस कथनसे जॉर्जके विरुद्ध परिवाद प्रविष्टकर उन्हें बन्दी बनाया गया था ।
पूर्व विधायक पी.सी. जॉर्जका कथन सर्वथा सत्य है । इस सत्यको हिन्दू जितनी शीघ्र समझ लें उतना श्रेष्ठ होगा । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
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