‘सीडीएस’ रावतको जब देश दे रहा था श्रद्धांजलि तब प्रियंका गांधीने किया नृत्य, दांत चियारनेका दृश्यपट देख क्रोधित हुए लोग


१० दिसम्बर, २०२१
      तमिलनाडुमें हुई घटनाके पश्चातसे समूचा देश दुःखमें डूबा हुआ है । बडे-बडे नेतासे लेकर सामान्य जन सभी ‘सीडीएस’ जनरल रावतकी मृत्युके समाचारसे दुखी हैं । ऐसी स्थितिमें प्रियंका गांधीके नृत्यका एक दृश्यपट सामने आया है, जिसे देख ‘नेटिजन्स’ (जो ‘इन्टरनेट’पर अति सक्रिय रहते है ) क्रोधित हो गए हैं । इस दृश्यपटमें वह नृत्य-गान करती हुई, प्रसन्न दिखाई दे रही हैं । दृश्यपटको देखनेके पश्चात लोगोंने उनके उद्देश्यपर प्रश्न उठाए हैं । उनसे कहा है कि उन्हें देशसे कोई लेना-देना नहीं है ।
      ‘भाजपा’के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद जय हिंदने ‘ट्वीट’कर कहा, “एक ओर समूचा देश हमारे शूरवीरोंके जानेसे दुखी है । अभीतक ‘सीडीएस’ बिपिन रावतके अन्तिम दर्शन करके समूचे देशकी आंखें आर्द्र हैं और दूसरी ओर प्रियंका गांधी प्रसन्नतासे नृत्य कर रही हैं रही हैं, उत्सव मना रही है, वे इस स्थितिको टाल भी सकती थीं; किन्तु उन्होंने ये नहीं किया ।”
    एक ‘ट्विटर यूजर’ने स्मरण करवाया कि जब २६/११ हुआ था तो राहुल गांधी रात्रिसे सवेरेतक ‘पार्टी’ कर रहे थे और जब समूचा देश ‘सीडीएस’ जनरल बिपिन रावतके अन्तिम संस्कारके चलते गहरे दु:खमें डूबा हुआ था, तो उसी समय भाईके पदचिह्नोंपर चलती हुईं प्रियंका वाड्रा भी गोवामें नृत्य कर रही थीं । क्या इससे भी अधिक कुछ लज्जासपद हो सकता है ?
            बता दें कि गोवा विधानसभा चुनावकी सिद्धतामें (तैयारीमें) जुटी प्रियंका गांधीने शुक्रवारको गोवामें पहुंचकर आदिवासी महिलाओंके साथ नृत्य किया ।
      देशके वीरोंको श्रद्धांजलि न देकर, केवल सत्ता सुखके लिए सिद्धता करना बताता है कि आजके तथाकथित नेताओंके लिए सत्ता सुख ही सर्वोपरि है । ७० वर्षसे भी अधिक समयतक जिस कांग्रेस दलने देश शासनपर किया, वहीं अब देशके वीरोंका अपमान कर रही है । इससे भान होता है कि देशके लोगोंने कैसे लोगोंको सत्ताका भार सौंपा था ? वास्तवमें, ऐसे नेता चुनावमें खडे होनेकी पात्रता नहीं रखते है । यह देश अवश्य ही स्मरण रखेगा । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
 
 
स्रोत : ऑप इंडिया


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