दिसम्बर १३, २०१८
उत्तराखण्डके पश्चात हिमाचल भी गायको ‘राष्ट्रमाता’ घोषित करनेके पक्षमें खडा हो गया है । तपोवनमें शीतकालीन सत्रके चौथे दिवस कांग्रेस विधायककी ओरसे लाए संकल्प प्रस्तावको सत्तारूढ दल भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेसके सदस्योंने हां मिलाते हुए सर्वसम्मतिसे पारित कर दिया ।
कांग्रेस विधायक अनिरुद्धकी ओरसे लाए गैर सरकारी सदस्य कार्य संकल्पको पारित करनेके पश्चात अब स्वीकृतिके लिए केन्द्रको भेजा जाएगा । वीरवार, १३ दिसम्बरको ‘प्राइवेट मेंबर्स डे’पर कसुम्पटीसे कांग्रेस विधायक अनिरुद्ध सिंह गोमाताको राष्ट्रमाता घोषित करनेके बारेमें कोई नीति बनानेपर विचार करनेका संकल्प सदनमें लेकर आए ।
अनिरुद्धने कहा कि गायका प्रयोग करनेके पश्चात उसे निराश्रित छोडा जा रहा है । इसकी दुर्दशा इतनी हुई कि मोब लिंचिंगका समय भी चला । गायको राष्ट्रमाता घोषित करनेका प्रस्ताव केन्द्रको भेजा जाना चाहिए । इसपर पक्ष और विपक्षके सभी सदस्योंने गायको राष्ट्रमाता घोषित करनेके लिए स्वीकृति दी ।
इसके पश्चात संकल्प सदनमें सर्वसम्मतिसे पारित हो गया । पशुपालन मन्त्रीने कहा कि वर्ष २०११-१२ की गणनाके अनुसार हिमाचलमें २१ लाख ४९ सहस्र गायें पंजीकृत हुईं । इनमेंसे ४० सहस्र गायें सडकोंपर हैं । केवल १० सहस्र गायें गोशालाओंमें हैं ।
“हिमाचल शासनका यह प्रखर हिन्दुवादी निर्णय अभिनन्दन योग्य है, अब केन्द्रका भाजपा शासन भी बोध ले और समूचे देशमें गोमाताको राष्ट्रमाता घोषित कर उसका संरक्षण करें, क्योंकि गाय ही हिन्दू धर्मकी रीढ है ।” – सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : अमर उजाला
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