भारतीय वायुसेनाका शौर्य, पाकिस्तानमें घुसकर किए आतंकी ठिकाने ध्वस्त, ३०० से अधिक आतंकी ढेर !!


फरवरी २६, २०१९

पुलवामा आतंकी आक्रमणके पश्चात पाकिस्तानको पाठ पढानेकी मांग कर रहे भारतके लोगोंको देशकी वायुसेनाने बडा उपहार दिया । भारतने मंगलवार, २६ जनवरीको प्रातःकाल पाकिस्तानके भीतर हवाई आक्रमणकर कई आतंकवादी शिविरोंको लक्ष्य बनाया है । इसमें लगभग ३५० आतंकियोंके ढेर होनेकी सम्भावना है । इसे भारतका दूसरा ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ कहा जा रहा है । इससे पूर्व २०१६ में उरी आक्रमणके बाद भारतीय सेनाने ‘सर्जिकल स्ट्राइक’कर पाकिस्तानको पाठ पढाया था ।

भारतीय वायुसेनाका यह अभियान केवल २१ मिनटका था । इस २१ मिनटमें भारतीय १२ ‘मिराज फाइटर’ने पाकिस्तानके भिन्न-भिन्न भागोंमें आक्रमण किया । इस आक्रमणमें ३०० से अधिक आतंकियोंके ढेर होनेकी सम्भावना है । भारत शासनकी ओरसे इस आक्रमणकी पुष्टि की गई है । समाचार विभाग ‘एनएनआई’ने कहा है कि सीमा पार भारतीय वायुसेनाके आक्रमणमें बालाकोट, चकोठी और मुजफ्फराबादके आतंकी स्थलको पूर्ण रूपसे नष्ट हो गए हैं । ‘जैश-ए-मोहम्मद’के नियन्त्रण कक्ष और मुख्य संचालित केन्द्र भी पूर्ण रूपसे नष्ट हो गए हैं ।

इससे पूर्व पाकिस्तानके सेनाकी मीडिया शाखा ‘अंतर-सेवा जन संपर्क’के महानिदेशक मेजर जनरल आसिफ गफूरने ट्वीटकर भारतीय कार्यवाहीकी पुष्टि की । यद्यपि भारतसे हानिके दावेको नकार दिया ।

 

“शौर्य व जोशसे परिपूर्ण भारतीय वायुसेनाके इस साहसिक कृत्यके लिए हम उनका अभिनन्दन करते हैं और साथ ही मोदी शासन भी इस साहसिक पगके लिए प्रशंसा योग्य है; परन्तु हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि यह अन्त नहीं वरन् आरम्भ है ! आरम्भ है उस शंखनादका, जिसकी ध्वनिसे आसुरी वृत्तिके पाकिस्तान व उसके साथ आतंकका विनाश निश्चित है और निश्चित ही इसमें हानि सबकी निश्चित है; क्योंकि युद्धसे आजतक किसीका कहां भला हुआ है; परन्तु अब सभी सीमाएं पार हो चुकी है तो आतंकका सर्वनाश अत्यावश्यक है । अब हमें और अधिक सतर्क रहनेकी आवश्यकता है; क्योंकि तमोगुणी व आसुरी राष्ट्र अपनी वृत्ति अनुरूप शान्त तो नहीं बैठेगा तो हमें सतर्कता बढानेकी आवश्यकता है । साथ ही हमें राष्ट्रके भीतर बैठे विद्रोहियों व पाकिस्तानप्रेमियोंको भी ढूंढकर निकालना होगा; अन्यथा बाहरी विद्रोह साथ आन्तरिक विद्रोह सम्भालना कठिन है ! शासन इसपर भी अवश्य ध्यान दें !” –  सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ

 

 

स्रोत : आजतक & अमर उजाला



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

सम्बन्धित लेख


सूचना: समाचार / आलेखमें उद्धृत स्रोत यूआरऍल केवल समाचार / लेख प्रकाशित होनेकी तारीखपर वैध हो सकता है। उनमेंसे ज्यादातर एक दिनसे कुछ महीने पश्चात अमान्य हो सकते हैं जब कोई URL काम करनेमें विफल रहता है, तो आप स्रोत वेबसाइटके शीर्ष स्तरपर जा सकते हैं और समाचार / लेखकी खोज कर सकते हैं।

अस्वीकरण: प्रकाशित समाचार / लेख विभिन्न स्रोतोंसे एकत्र किए जाते हैं और समाचार / आलेखकी जिम्मेदारी स्रोतपर ही निर्भर होते हैं। वैदिक उपासना पीठ या इसकी वेबसाइट किसी भी तरहसे जुड़ी नहीं है और न ही यहां प्रस्तुत समाचार / लेख सामग्रीके लिए जिम्मेदार है। इस लेखमें व्यक्त राय लेखक लेखकोंकी राय है लेखकद्वारा दी गई सूचना, तथ्यों या राय, वैदिक उपासना पीठके विचारोंको प्रतिबिंबित नहीं करती है, इसके लिए वैदिक उपासना पीठ जिम्मेदार या उत्तरदायी नहीं है। लेखक इस लेखमें किसी भी जानकारीकी सटीकता, पूर्णता, उपयुक्तता और वैधताके लिए उत्तरदायी है।

विडियो

© 2021. Vedic Upasna. All rights reserved. Origin IT Solution