‘बुर्के’वाली महिलाने भेजा ‘टिफिन बम’, ‘फिरौती’ नहीं देनेपर पत्रमें परिणाम भुगतनेकी धमकी
१४ नवम्बर, २०२१
राजस्थानकी राजधानी जयपुरमें एक वस्त्र व्यापारीको ‘केक’के ‘डिब्ब’में ‘बम’ भेजनेकी घटनामें ‘पुलिस’ने ‘ई-रिक्शा’ चालकको अभिरक्षामें (हिरासतमें) ले लिया है । व्यापारी विभु गुप्तसे १० लाख रुपएकी ‘फिरौती’ मांगनेका आरोप है । अभिरक्षामें लिए गए चालकने ‘डमी बम’का ‘डिब्बा’, किसी ‘बुर्के’वाली महिलाद्वारा दिए जानेकी बात कही है । ‘ई-रिक्शा’ चालक उमर दराज (पप्पू), भाडेका ‘ई-रिक्शा’ चलाता है । पप्पूके अनुसार, मामा विश्रामालयके समीप, ‘बुर्का’ पहने महिलाने उसके हाथमें एक डिब्बा देकर, मायरा वस्त्र भण्डारको देकर आनेको कहा । महिलाने पप्पूको ‘शोरूम’का परिचय पत्रके (‘विजिटिंग कार्ड’के) साथ ५० रुपए भी दिए; किन्तु साथ चलनेसे महिलाने मना कर दिया । व्यापारीने पत्र पढकर ‘डिब्बा’ लौटा दिया तो पप्पू लौटकर विश्रामालय (होटल) पहुंचा; किन्तु महिला वहां नहीं दिखाई दी । उस ‘डब्बे’को अपने घर ले जानेपर, उसकी पत्नीने टोका, तो वह ‘डिब्बा’ और पत्र, दोनों नालेके समीप फेंक आया । विभु पत्र पढकर बहुत भयभीत हो गया था । पत्रमें ‘बम’ होनेकी बात, विभुने स्थानीय पार्षद नीरज अग्रवालको बताई । नीरज अग्रवालने ‘पुलिस’को सूचित किया । ‘सीसीटीवी’के आधारपर, ‘पुलिस’ने पप्पूको पकडकर पूछताछ की और अब ‘पुलिस’ ‘बुर्के’वाली महिलाको ढूंढ रही है ।
जिहादी आतङ्क फैलानेके लिए अब महिलाओंका आश्रय लेने लगे हैं । केन्द्र शासनद्वारा ऐसे जिहादी महिलाओंपर भी कठोर नियम बनाए जाने चाहिए । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
स्रोत : ऑप इंडिया
Leave a Reply