उत्तरप्रदेशमें अधर्म, मांं दुर्गाका मंदिर बना ईसाईयोंका डेरा, अवैध ढंगसे होती है धर्मपरिवर्तनके लिए प्रार्थनाएं !!


मार्च २६, २०१९

 

उत्तर प्रदेशके कुशीनगरके विशुनपुरा थाना क्षेत्रमें ग्राम पंचायत गोडरियाके भेडिहारी टोलाके निकट झरही नदी प्रवाहित होती है, जिसके निकट दुर्गा मंदिर है, जहां महीनोंसे ईसाई धर्मके अनुसार वंदना किए जाने तथा इस धर्मकी पुस्तकें दिए जानेकी पुलिसको परिवाद मिली । यह भी समाचार मिला था कि वहां सभी रोगोंको ठीक करनेके दावेके साथ लोगोंको पानी दिया जाता है । रविवार, २४ मार्चको प्रातःकाल दस बजे वहां धर्म परिवर्तन करानेकी सूचनापर विशुनपुरा थानेके एसओ अरविंद कुमार, सेवरहीके रामाज्ञा सिंह और बरवापट्टी थानेके एसओ श्रीप्रकाशके अतिरिक्त पुलिस भी पहुंच गई । पुलिसके पहुंचते ही आरोपी अपने चार साथियोंके साथ वहांसे भाग निकला ।

ज्ञात हुआ है कि जटहां बाजार थाना क्षेत्रके घूरछपराका एक व्यक्ति अपने चार साथियोंके साथ ईसाई धर्ममें परिवर्तन करानेके लिए प्रत्येक शुक्रवार और रविवारको लोगोंमें ईसाई साहित्यकी पुस्तकें वितरण करता है । यही नहीं, चिकित्साके बहाने भारी संख्यामें लोगोंको बुलाकर प्रवचन सुनाता है तथा ईसाई धर्मका प्रचारकर महिलाओंको धर्मान्तरित करनेका कार्य छह माहसे कर रहा है । रविवारको जब धर्मान्तरण कराया जा रहा था तो किसीने एसपीको सूचना दे दी ।

पुलिसके पहुंचते ही आरोपी अपने सहयोगियोंके साथ भाग निकला । एसओ अरविंद कुमारने बताया कि पुलिसके पहुंचते ही आरोपी महिलाओंके बीचसे भाग गया ।

 

“दुर्गा मांके पवित्र मन्दिरको अपनी दुर्भावनाओं व दुष्प्रचारसे विकृत करनेवाला ईसाई दण्डका पात्र है और वे स्वार्थी हिन्दू भी समान भागीदार हैं, जो आदिशक्ति जो सर्वसमर्थ है, उनकी साधना या भक्ति करनेके स्थानपर शीघ्र लाभ और चमत्कारके लिए पापियों व दुराचारियोंके जालमें फंसकर अपना लोक व परलोक दोनों नष्ट कर रहे हैं !! अब इन लोगोंने सीधा मन्दिरके भीतर अपना दुष्चक्र प्रसारित करना आरम्भ कर दिया है । हिन्दुओ ! अब बात सीधे आपके देवस्थानोंकी है, यदि अब भी इनका विरोध न किया तो स्वयंको मृत ही माने और योगी शासन अब इस ईसाई षडयन्त्रको निष्फलकर कडी कार्यवाही करें; क्योंकि हिन्दुओंने आपको धर्मरक्षा हेतु ही सत्तासीन किया है !”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ

 

 

स्रोत : सुदर्शन न्यूज



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

सम्बन्धित लेख


सूचना: समाचार / आलेखमें उद्धृत स्रोत यूआरऍल केवल समाचार / लेख प्रकाशित होनेकी तारीखपर वैध हो सकता है। उनमेंसे ज्यादातर एक दिनसे कुछ महीने पश्चात अमान्य हो सकते हैं जब कोई URL काम करनेमें विफल रहता है, तो आप स्रोत वेबसाइटके शीर्ष स्तरपर जा सकते हैं और समाचार / लेखकी खोज कर सकते हैं।

अस्वीकरण: प्रकाशित समाचार / लेख विभिन्न स्रोतोंसे एकत्र किए जाते हैं और समाचार / आलेखकी जिम्मेदारी स्रोतपर ही निर्भर होते हैं। वैदिक उपासना पीठ या इसकी वेबसाइट किसी भी तरहसे जुड़ी नहीं है और न ही यहां प्रस्तुत समाचार / लेख सामग्रीके लिए जिम्मेदार है। इस लेखमें व्यक्त राय लेखक लेखकोंकी राय है लेखकद्वारा दी गई सूचना, तथ्यों या राय, वैदिक उपासना पीठके विचारोंको प्रतिबिंबित नहीं करती है, इसके लिए वैदिक उपासना पीठ जिम्मेदार या उत्तरदायी नहीं है। लेखक इस लेखमें किसी भी जानकारीकी सटीकता, पूर्णता, उपयुक्तता और वैधताके लिए उत्तरदायी है।

विडियो

© 2021. Vedic Upasna. All rights reserved. Origin IT Solution