भ्रष्टाचार रोकनेके लिए ५०० एवं १००० के नोट बन्द करने जैसे सतही (ऊपरी) उपाय करनेके स्थानपर जनतासे साधना करवा कर लेनेसे भ्रष्टाचार ही समाप्त नहीं होगा; अपितु बलात्कार चोरी, हत्या जैसे सभी प्रकारके अपराध, करनेका विचार भी किसीके मनमें नहीं आएगा – परात्पर गुरु डॉ . जयंत आठवले
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