जून ६, २०१८
महाराष्ट्रके वलसाड स्थित ‘सेंट जोसेफ’ विद्यालयपर धार्मिक भेदभाव फैलानेके आक्षेप हैं । यह विद्यालय हिन्दू और मुस्लिम छात्रोंको प्रवेश नहीं दे रहा है । इस विद्यालयमें केवल ईसाई छात्रोंको प्रवेश दिया जा रहा है ! छात्र बिलालने बताया कि जब वह विद्यालयमें प्रवेशाधिकार पत्र (एडमिशन फॉर्म) लेने पहुंचा तो विद्यालयकी एक महिला अध्यापिकाने मना कर दिया । कहा कि प्रवेशाधिकार पत्र समाप्त हो चुके हैं ! वहीं छात्र नीलेशने बताया कि उसके १०वींमें ५९ प्रतिशत अङ्क हैं; लेकिन विद्यालयने प्रवेश देनेसे मना कर दिया ! वहीं उसका मित्र ईसाई है और उसके केवल ३९ प्रतिशत अङ्क हैं फिर भी उसे प्रवेश मिल गया है !
विद्यालयके इस कृत्यकी सूचना फैलनेपर कांग्रेस दलका युवा दल ‘एनएसयूआई’ भी इसके विरोधमें आ गया है । वलसाड युवा कांग्रेस प्रमुख भार्गव दवेके नेतृत्वमें छात्रोंने जिला शिक्षा अधिकारीको शिकायत पत्र सौंपा । इमसें विद्यालयपर धार्मिक भेदभाव फैलानेका आक्षेप किया गया है । आक्षेप है कि विद्यालय केवल ईसाई छात्रोंको प्रवेश दे रहा है ।
शिकायत पत्रमें विशेषतया एक महिला शिक्षकपर आक्षेप किया गया है कि वह प्रवेशाधिकार पत्र (एडमिशन फॉर्म) लेनेके लिए पहुंचने वाले छात्रोंसे उसका धर्म पूछती हैं ! इस प्रकरणमें जिला शिक्षा अधिकारी बीएम पटेलने बताया कि ‘सेंट जोसेफ’ विद्यालयके विरुद्ध शिकायत मिली है । विद्यालयपर हिन्दू-मुस्लिम छात्रोंको एडमिशन नहीं देनेका आक्षेप है ।
उन्होंने कहा कि विद्यालयोंमें धर्मके आधारपर भेदभाव नहीं किया जा सकता है ! शिकायतकी जांचकी जाएगी! यदि आक्षेप सही सिद्ध होते हैं तो विद्यालय प्रशासनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी !
स्रोत : जी न्यूज
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