हिन्दू धर्म बहुत ही सहिष्णु धर्म है | यह ‘सर्वेषाम् अविरोधेन’के सिद्धांतमें विश्वास रखता है | इसलिए भारत देशमें अनेक पंथ और सम्प्रदाय फले-फूले ! यद्यपि इन दोनों सिद्धान्तोंके कारण हिन्दू धर्मपर अनेक अहिन्दू पन्थोंको, जिसे हिन्दू बहुल भारतमें प्रश्रय दिया गया, ऐसे पन्थोंने हिन्दुओंकी इन भावनाओंका घोर अनादरकर, उनपर अमानवीय अत्याचारकर, उनकी नृशंस हत्याएं की एवं अनेक हिन्दुओंका अपने पंथमें मतान्तरित करनेका अक्षम्य अपराध किया है और आज भी कर रहे हैं |
Leave a Reply