संस्कृत क्यों सीखें ? (भाग – १)


संस्कृत देववाणी है; इसलिए यदि उसका अभ्यास नित्य-प्रति दिन करते हैं तो हमारी वाणी ओजस्वी होती है । संस्कृत भाषामें एक भी अपशब्द नहीं है; क्या आप ऐसी विशिष्ट और दैवी भाषा नहीं सीखना चाहेंगे ?

****
कैसे सीखें संस्कृत ?
विद्यालयीन पाठ्यक्रमोंमें बारहवीं तककी पुस्तकोंका प्रथम अभ्यास करें, तत्पश्चात लघुसिद्धान्त कौमुदी जैसे ग्रन्थोंका अभ्यास आरम्भ करें ! किसी भी भाषाका प्राण उसका व्याकरण होता है और संस्कृतका व्याकरण एक दर्शन है, आप जितना सूक्ष्मतासे इसका अभ्यास करेंगे, यह उतना ही आनन्द प्रदान करेगा ! मात्र प्रतिदिन एक घण्टे इसके अभ्यास हेतु निकालनेकी आवश्यकता है । साथ ही ‘यूट्यूब’की भी सहायता ले सकते हैं; किन्तु सदैव संस्कृत सीखने हेतु प्रथम व्याकरणसे उसका अभ्यास आरम्भ करें !



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

सम्बन्धित लेख


विडियो

© 2021. Vedic Upasna. All rights reserved. Origin IT Solution