शुध्द अन्त:करणसे नामजप करनेसे ईश्वरीय कृपाकी अनुभूति मिलती है, नामजपसे अन्तर्मन शुध्द होता है, नामजपके कारण ही मन अन्तर्मनमे प्रवेशकर स्थिर हो जाता है । नामजपके कारण चिंता नष्ट हो जाती है तथा साधनाकी तडप भी अपने-आप बढ जाती है – श्री अक्कलकोट स्वामी समर्थ महाराज
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