मार्च ५, २०१९
राजस्थानके प्रतापगढ जनपदमें ‘हनी ट्रैप’का प्रकरण सामने आया है । इसमें युवक-युवतियां साथ मिलकर दुष्कर्म कर रहे थे । पूरा दल पैसेवाले लोगोंको प्रेम जालमें फंसाकर उनसे धन वसूल रहा था ।
प्रतापगढ एसपी अनिल कुमार बेनीवालके अनुसार नगरमें गत कुछ समयसे परिवाद मिल रही थी कि लोगोंके साथ विचित्र प्रकारकी घटनाएं हो रही हैं । इनमें अधिकतर लोग पैसेवाले परिवारोंसे थे । परिवाद मिलनेके पश्चात विशेष दल गठितकर प्रकरणकी जांच आरम्भ की गई ।
प्रकरणको गम्भीरतासे लेकर जांचमें लगी पुलिसने शाहरुख और रिजवान नामके दो युवक पकडे ! इन्होंने आरम्भमें तो पुलिसको भ्रमित करनेका प्रयास किया; परन्तु कडाई की तो सत्य उगल दिया और बताया कि कुछ सुन्दर युवतियोंके साथ मिलकर ये एक दल चला रहे हैं ।
पुलिस पूछताछमें दोनों आरोपियोंने बताया कि वे पहले किसी पैसेवाले व्यक्तिकी जानकारी एकत्र करते थे, तदोपरान्त उसके भ्रमणभाषपर लडकीसे बात करवाई जाती थी । लडकी उसे मीठी-मीठी बातोंके जालमें फंसा लेती थी । उस व्यक्तिके सामने लडकी सम्बन्ध बनानेको कहती, जिसपर वह मिलने आ जाता था । मिलने आनेपर दलके अन्य सदस्य भी वहां पहुंच जाते और उस व्यक्तिको बदनाम करने व पुलिस थानेमें उसकी परिवाद करनेकी चेतावनी दी जाती । भयके मारे दलको बडी राशि देकर अपना पीछा छुडवा लेता था ।
पुलिसके अनुसार शाहरुख व रिजवानने पूछताछमें मीनाके बारेमें बताया था । पुलिसने मीनाको भी बन्दी बना लिया । उससे पूछताछ की जा रही है । पुलिसको आशंका है कि प्रतापगढके ‘हनी ट्रैप’के इस प्रकरणमें अन्य कई युवतियोंके नाम सामने आ सकते हैं ।
“शाहरुख और रिजवान अपनी इस्लामिक शिक्षाके कारण हनीट्रैप चला रहे थे और उनके पास शस्त्र भी पाए गए हैं; परन्तु हिन्दू किस शिक्षासे प्रेरित होकर यह घृणित कृत्य करने जाते थे ? आजके हिन्दू भी वासनासे प्रेरित होकर ऐसे घृणित कृत्य करते हैं, जिसकी अनुमति न धर्म देता है और न ही मानव सभ्यताके संस्कार ! इसीका लाभ धर्मान्ध और पाकिस्तानप्रेमी अपने जिहादके लिए उठाते हैं । इससे स्पष्ट है कि जिहादके साथ-साथ हिन्दुओंमें फैली अधर्मता व कुसंस्कारोंके विरुद्ध भी लडना होगा, तभी पूर्ण धर्मकी स्थापना हो पाएगी !”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : वन इण्डिया
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