इस देशकी शिक्षण प्रणालीमें यदि बच्चोंको माता-पिताका सम्मान करना, उनकी वृद्धावस्थामें देखभाल करना ये सर्व संस्कार दिए जाते तो आज बिहार शासनको माता-पिताका न देखभाल करने वालोंको कारागारकका दण्ड देनेके विधान पारित नहीं करने पडते ! इससे ही इस देशके शासन व्यवस्थाकी सोच किसी समस्याके समाधान हेतु कितनी सतही है यह ज्ञात होता है |
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