जून १९, २०१८
जम्मू-कश्मीरके राजनीतिक संकटका प्रभाव समूचे देशकी राजनीति पर पडा है । सभी दल भाजपापर आक्रामक हो गए हैं । भाजपाके सहयोगी दल, जहां भाजपाके इस पगको अच्छा तो बता रहे हैं; लेकिन साथ ही प्रश्नों भी कर रहे हैं कि भाजपाको यह निर्णय लेनेमें इतना समय क्यों लगा ? शिवसेनाने कहा है कि भाजपाको पीडीपीसे गठबन्धन काफी पहले ही तोड लेना चाहिए था । ३ वर्ष तक गठबन्धन देते रहने से भाजपाकी छवि धूमिल हुई है ।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरेने कहा कि बीजेपीको निर्णय लेनेमें ३.५ वर्षका समय लग गया ! इस अन्तराल हमारे ६०० जवान हुतात्मा हो गए ! उद्धव ठाकरेने भाजपासे प्रश्न किया, ‘जब आपको पता था कि वहां राज्यमें शासन किस तरह कार्यरत है, फिर भी आपको निर्णय लेनेमें इतना समय क्यों लगा ?’ उन्होंने यहां तक कहा कि बीजेपीके इस व्यवहारके कारण घाटीमें हमारे ६०० जवान हुतात्मा हो गए ! यदि यह निर्णय पहले ही ले लिया जाता तो सेनाको इतना बडी हानि नहीं होती ।
बीजेपीके साथ शिवसेनाके गठबन्धनके प्रश्नपर उद्धव ठाकरेने कहा, ‘ऐसे समाचार थे कि शरद पवारने हमें संयुक्त विपक्षमें सम्मिलित होनेकी प्रस्तुति की है । यह दिखाता है कि हर किसीको यह लग रहा है कि हम कितने शक्तिशाली हो गए हैं ! लोग हमसे पूछते हैं कि शासनकी आलोचना करनेके बाद भी हम सत्तामें क्यों हैं ? यह हमारी राजनीति है और हम निर्णय लेंगे कि हम क्या करना चाहते हैं ?’
स्रोत : जी न्यूज
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