भारतमें अपराधोंकी प्रविष्टि अल्प संख्यामें होनेका कारण है, अनेक लोग पुलिस थानेमें अपराध प्रविष्ट कराने नहीं जाते; क्योंकि उन्हें ज्ञात होता है कि वहां समय व्यर्थ जाएगा । इतना ही नहीं, कभी-कभी तो पुलिसकी उद्दण्डताके कारण अपमान भी सहन करना होगा और अन्तमें उसकी फलोत्पत्ति शून्य होगी ! – परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक, सनातन संस्था
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