श्रीगुरु उवाच


download (1)हिंदुओंकी दुःस्थितीका कारण

स्वातंत्र्योत्तरकालमें जात्यंध एवं बुद्धिप्रामाण्यवादियोंके कारण हिंदुओंकी एकजुटता नष्ट हुई । इस कारण भी उनकी अत्यधिक दयनीय स्थिति हुई है ।-  परात्परगुरु  डॉ. जयंत आठवले



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