कुटुंबका स्थान व्यक्तिसे श्रेष्ठ होता है, नगरका स्थान (कस्बा, ग्राम इत्यादि ) कुटुंबसे श्रेष्ठ होता है और नगरसे राष्ट्रका स्थान श्रेष्ठ होता है एवं धर्मका स्थान इस सबसे सर्वोपरि होता है क्योंकि धर्म ही मोक्ष प्रदान कर सकता है, शेष सर्व व्यक्तिको मायामें लिप्त करता है अतः प्रत्येकने साधना करना चाहिए |-परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवले
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