अप्रैल २९, २०१९
श्रीलंकामें हुए ईस्टर विस्फोटके पश्चात वहांका शासन समूचे श्रीलंकामें इस्लामिक आतंकवादको नष्ट करनेके लिए पूर्ण बल लगाए हुए है । इसमें अब श्रीलंकाने भारतसे सहायता मांगी है । श्रीलंका शासनने भारत शासनसे श्रीलंकामें ‘एनएसजी’ भेजनेकी मांग की है ।
चेन्नईमें ‘राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड’के (एनएसजीके) एक दलको रखा गया है, जिसमे १०० सैनिक विद्यमान हैं, जोकि देहलीसे अन्तिम आदेशकी प्रतीक्षा कर रहा है । यदि देहलीसे आज्ञा मिलती है तो दल श्रीलंकाकी सहायताके लिए जाएगा ।
अन्ततः निर्णय भारतीय प्रधानमन्त्रीको करना है; परन्तु भारत शासन यह चाहता है कि श्रीलंका अनौपचारिक ढंगसे नहीं, वरन एक औपचारिक ढंगसे सहायताकी मांग करे ।
उल्लेखनीय है कि श्रीलंकाकी पुलिस और सेना वहांपर मस्जिदों, मदरसों और इस्लामिक बहुल क्षेत्रोंमें बृहद स्तरपर अभियान चला रही है, इसीके लिए श्रीलंका भारतसे रक्षक सैनिकोंका एक दल चाहता है, ताकि उसे आतंकवादको नष्ट करनमें सरलता हो सके ।
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“विचित्र है कि चीनसे निकटता बढानेवाला श्रीलंका आतंकके अन्तके लिए भारतसे सहायता चाहता है; परन्तु इसके पश्चात भी भारतको सहयताके लिए सज्ज रहना होगा; क्योंकि आतंकी वहांसे केरल और बंगालमें भी प्रवेशका प्रयास अवश्य करेंगें; अतः भारतको भी इस विषयमें सतर्क रहना होगा !”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : डीबीएन
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