राष्ट्रका उत्थान मात्र आध्यात्मिक स्तरके प्रयासोंसे सम्भव !
किसी व्यक्तिका प्रारब्ध परिवर्तित करना लगभग असम्भव होता है । यदि उसे परिवर्तित करना ही हो तो, तीव्र साधना करनी पडती है । ऐसेमें भारतका प्रारब्ध, शारीरिक, मानसिक तथा बौद्धिक स्तरपर प्रयत्न करनेसे पलटना सम्भव होगा क्या ?, इस हेतु आध्यात्मिक स्तरके उपाय अर्थात् साधनाका बल चाहिए
Leave a Reply