‘पैसों’की जानकारी ‘टीएमसी’ दलमें सभी शीर्ष नेताओंको, जो प्राप्त हुआ, वह केवल अंशमात्र है, पार्थ चटर्जीने सब बताया
३१ जुलाई, २०२२
‘टीएमसी’की ममता शासनमें मन्त्री रहे पार्थ चटर्जीकी निकटवर्ती अर्पिता मुखर्जीके भिन्न-भिन्न सदनिकाओंपर प्रवर्तन निदेशालयने छापेमारीमें ‘करोडों’ रुपए ‘नकद’ और स्वर्ण प्राप्त किया । अब पार्थ चटर्जीका कहना है कि इन ‘पैसों’की जानकारी तृणमूल कांग्रेसमें सभी शीर्ष नेताओंको थी । प्रवर्तन निदेशालयको पूछताछमें अर्पिता मुखर्जीने बताया था कि पार्थ उनके सदनिकाओंको ‘बैंक’की भांति प्रयोग कर रहा था ।
विद्यालयमें अध्यापक बनानेके नामपर प्रत्याशियोंसे लिए जा रहे ‘पैसों’की जानकारी दलमें शीर्ष नेतृत्व सहित समस्त नेताओंको थी । उन्होंने तो केवल ‘पैसों’को अपने पास रखा था । जो धनराशि उनके पास रखी हुई थी, उसमेंसे सैकडों ‘करोड’ रुपए दलने प्रयोग कर डाले और जो धनराशि प्राप्त हुई, वह तो एक अंशमात्र ही है । ‘टीएमसी’के अन्य नेताओंने अपने ‘पैसे’से अर्पिता मुखर्जीके नामपर भूमि क्रय की हुई है । पार्थ चटर्जीने जांंचकर्ताओंको यह भी बताया है कि न केवल शिक्षकों; अपितु रेलयानकी चाकरियोंके लिए भी ‘टीएमसी’ नेताओंने प्रत्याशियोंसे ‘पैसे’ लिए हैं । ‘टीएमसी’ जब सत्तामें नहीं थी, तब भी वे ‘पैसे’ लेकर चाकरी लगवा देनेके खेल खेलती थी । तृणमूलको ‘पैसे’ देकर रेलयानमें अनेक लोग चाकरी कर रहे हैं । शिक्षा और रेलयानके अतिरिक्त भी अनेक अन्य विभागोंमें ‘पैसे’ लेकर चाकरी देनेका भ्रष्टाचार ‘टीएमसी’ने किया है ।
उक्त प्रकरणकी गहन जांचकर सभी आरोपितोंको बन्दी बनाकर कठोर कार्यवाही की जाए । सभी राजनीतिक दलोंसे प्रतिदिवसके कार्यका लेखा-जोखा सार्वजनिक रूपसे किया जाना चाहिए; तभी राजनीतिके क्षेत्रमें कुछ सुधार आएगा । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
स्रोत : ऑप इंडिया
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