राम मन्दिरपर प्रवीण तोगडियाने कहा, “न्यायालयका आदेश मानना था, तो वचन क्यों दिया ?”


जून २६, २०१८

लखनऊमें ‘विश्‍व हिन्दू परिषद’के पूर्व नेता प्रवीण तोगडियाने ‘अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद’का निर्माण किया । इस अवसरपर उन्होंने केन्द्र शासनपर ‘राम मन्दिर’को लेकर प्रश्न किए । तोगडियाने जहां शासनपर ‘राम मन्दिर’को लेकर केवल राजनीति करनेकी बात कही, वहीं उन्होंने यह भी कहा कि ‘राम मन्दिर’के लिए विधान (कानून) बनानेकी वो हमेशा बातें करते रहे हैं । तोगडियाने शासनपर लक्ष्य साधतेे हुए इसे हिन्दुओंके साथ अन्याय बताया । इस मध्य उन्होंने ‘गौ हत्या’के विरुद्ध विधान बनाने और बांग्लादेशियोंको देशसे बाहर करनेकी भी मांग शासनसे रखी ।

प्रवीण तोगडियाने समाचार माध्यमोंसे सामूहिक वार्तामें कहा कि केन्द्र शासन सोमनाथकी तरह विधान बनाकर अयोध्यामें राम मन्दिर बनाए ! उन्होंने कहा कि बीजेपीने ‘राष्ट्रीय कार्यकारिणी’में प्रस्तावमें पास किया था । उन्होंने कहा कि बीजेपीके घोषणा पत्रमें राम मन्दिरको सम्मिलित किया गया । २०१४ में जनताका बहुमत पाया; परन्तु इसके बाद भी शासनने कुछ नहीं किया ! उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि शासनके पास ४ माहका समय है, यदि अक्टूबरतक मन्दिर नहीं बना तो यहीं लखनऊसे अयोध्याके लिए कूच करेंगे !

उन्होंने केन्द्र शासनपर लक्ष्य साधते हुए कहा कि बहुमत मिलनेके पश्चात भी शासनने कुछ नहीं किया । मोदी शासनके चार वर्ष बीत गए । हिन्दुओंसे अयोध्यामें ‘राम मन्दिर’का वचन दिया था; लेकिन, चार वर्ष बीतनेके बाद भी शासनने कुछ नहीं किया । उन्होंने कहा शासनने हिन्दुओंके साथ विश्वासघात किया है । प्रधानमन्त्री मोदीपर व्यंग्य करते हुए, उन्होंने कहा, “हो सकता है, मेरे अग्रज भ्राता नरेन्द्र मोदीको विदेश घूमनेके कारण संसदमें विधान बनानेका समय नहीं मिल रहा होगा; इसलिए हमने सन्तोंके आशीर्वादसे उच्चतम न्यायालयके बडे अधिवक्ताओंद्वारा राम मन्दिर निर्माणके विधानका प्रस्ताव बनाया है, जिसे मैं आज प्रकाशित कर रहा हूं । इसे हम अयोध्यामें भगवान रामललाके चरणोंमें रखेंगे !”

बीजेपीद्वारा निरन्तर न्यायालयके निर्णयका सन्दर्भ देनेसे निराश प्रवीण तोगडियाने कहा कि वर्ष १९८४ में यह संकल्प किया गया था कि सोमनाथकी तरह अयोध्यामें मन्दिर बनेगा । यदि न्यायालयके आदेशसे ही मन्दिर बनाना था तो जनताको वचन नहीं देना चाहिए था ! ‘कारसेवक’ बनाकर मुलायमकी गोलियां नहीं खिलवानी चाहिए थीं ! उन्होंने हिमाचल चुनावके समय भाजपाद्वारा विधान बनाकर राम मन्दिर निर्माण करानेके प्रस्तावका भी वर्णन किया ।

तोगडियाने कहा, “भाजपा और कांग्रेसको बहुमत हिन्दुओंकी दयापर है । उन्होंने कहा कि मेरा उद्घोष ‘हिन्दुओंका साथ, हिन्दुओं शका विकास’ है । यदि मन्दिर नहीं बना तो हमें तीसरे विकल्पकी खोज करनी होगी । वर्ष २०१९ में होने वाले लोकसभा मतदानमें हिन्दू जनता इसका निर्णय कर लेगी !

स्रोत : जी न्यूज



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