सितम्बर १६, २०१८
तीर्थनगरी वृन्दावनमें सन्तके वेशमें रह रहे दो बांग्लादेशियोंको वृन्दावन पुलिस, एटीएस और एलआईयूने ‘इस्कॉन मन्दिर क्षेत्र’से पकडा है ! पकडे गए बांग्लादेशियोंसे पुलिसने फर्जी आधारकार्ड सहित अन्य लिखितपत्रक भी पाए गए हैं ! सीओ सदर राकेश कुमारने बताया कि लम्बे समय से नकली लिखितपत्रक बनाकर वृन्दावनमें बांग्लादेशियोंके रहनेकी सूचना मिल रही थी । मंगलवार रात २:३० बजे एटीएस व एलआईयूके दलको सूचना मिली की दो संदिग्ध युवक साधूकी वेशभूषामें इस्कॉन मन्दिरके बाहर सो रहे हैं ।
जिन्होंने अनुचित प्रकारसे अपने आधारकार्ड व अन्य लिखितपत्र भी तैयार करा रखे हैं ! कोतवाली पुलिसको लेकर एटीएस व एलआईयू दल वहांपर पहुंचा तो इस्कॉन मन्दिर विपणिकी एक दुकानके बाहर पगडण्डीपर दोनों युवक सोते मिले ।
पुलिसने जब पूछताछ की तो उन्होंने अपने आपको ‘इस्कॉन’का भक्त बताते हुए मन्दिरमें पूजा-सेवा करने की बात कही । कडी पूछताछके पश्चात उन्होंने बताया कि वह जयनाथ और नौनी देवनाथ निवासी जिला कुमिल्ला, बांग्लादेशके रहने वाले हैं !
उन्होंने पैसेके बलपर नगरमें संचालित जनसेवा केन्द्रोंसे अपने नकली आधारकार्ड व अन्य स्थानीय दस्तावेज भी बनवा लिए थे ! प्रकरणमें पुलिस पैसे लेकर नकली आधार कार्ड बनाने वालोंकी खोजमें लग गई है ।
“बांग्लादेशकी सीमासे कोई नागरिक आते हैं और यहां प्रमाण-पत्र बनवाकर रहते हैं ! क्या इस देशका शासन तन्त्र व अन्य विभाग सुप्त हैं ! ईश्वरके विश्वासपर ही इस देशकी सुरक्षा है; अतः अब ईश्वरीय धर्मराज्यकी स्थापना आवश्यक है” – सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : अमर उजाला
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