जनवरी २, २०१९
ब्रिटेनमें लन्दनके भूषाचार नामपत्र (फैशन लेबल) ‘सेरा अल्गेर’द्वारा अपने तैरनेकी पोशाकपर (स्विमसूटपर) देवी दुर्गाका चित्र छापनेपर बवाल मच गया है । ‘सेरा अल्गेर’के नूतन चित्रकार (डिजाइनर) वेयरकी प्रतीक्षा कर रहे ग्राहक कम्पनीके नूतन भूषाचार ट्रेडमार्कसे (फैशन ब्रांडसे) प्रसन्न नहीं है और इसका कारण काफी वैध है ।
नूतन वस्त्रोंपर हाथसे बनाए गए प्रिंट और चित्रमें हिन्दू देवी दुर्गाकी फोटोको छापनेका हिन्दुओंद्वारा कडा विरोध किया जा रहा है । मां दुर्गा भारतमें व्यापक रूपसे प्रतिष्ठित हिन्दू देवताओंमेंसे एक हैं और ‘स्विम सूट’ और ‘जॉगर्स’पर प्रयोग किया गया उनका चित्र देख लोगोंने इसे भारतीय सांस्कृतिपर प्रहार व धार्मिक भावनाओंको ठेस पहुंचानेवाला बताया है ।
लन्दनमें ‘सेरा अल्गेर’के इस मार्काको (ब्राण्डको) लेकर भडके हिन्दुओंका कहना है कि दुर्गा हमारे लिए पूजनीय हैं । उनका चित्र ‘स्विमसूट’पर छापे जानेको सहन नहीं किया जाएगा । हिन्दू समुदायने कम्पनीसे कहा कि वह देवीका चित्र हटाए और क्षमा मांगे ।
“एक ओर प्रसन्नता भी होती है, तो दूसरी ओर दुःख ! दुःख इसका कि कैसे निधर्मी ईसाई और धर्मान्ध बार-बार हिन्दू देवताओंकी विडम्बना कर रहे हैं और यह मूढ धर्महीन हिन्दुओंके मौनका परिणाम है ! प्रसन्नता इसकी कि आजका हिन्दू कुछ जागरूक हुआ है कि प्रकरण आते ही प्रखर विरोध करता है; परन्तु हिन्दुओ ! यह विरोध पर्याप्त नहीं है ! चित्रकार वेयरको अमेरिकी न्यायालयमें ले जाया जाए और हिन्दू ज्यूरी ही इस निधर्मीका न्याय करे, तभी इसका सम्पूर्ण समाधान सम्भव है; क्योंकि वैधानिक रूपसे लडकर ही हम व्यापक रूपसे विजयी हो सकते हैं । क्षमा मांगना तो दिखावाभर है, अन्यथा बार-बार ऐसी विडम्बना नहीं होती !”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : जागरण
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