केन्द्रीय मंत्री उमा भारतीने सर्वोच्च न्यायालयके राम मन्दिर प्रकरणके सबंधमें कहा है, ‘राम मन्दिर आन्दोलनमें सहभागी होनेपर उन्हें गर्व है, वे राम मंदिर, गंगा और तिरंगेके लिए कोई भी दण्ड भोगनेको सिद्ध है।’ इस देशमें यदि सभी हिन्दू राजनेता धर्म और राष्ट्रके रक्षण हेतु इसी प्रकार निर्भीक होकर वक्तव्य देंगे तो अयोध्यामें राम मन्दिर बननेमें अधिक समय नहीं लगेगा ! किंतु ऐसी निर्भीकता और धर्मप्रेम कितने राजनेताओंमें है ? ( २०.४.२०१७) – तनुजा ठाकुर
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