हिन्दू मुस्लिम एकता असम्भव है क्योंकि मुस्लिम कुरान मत हिन्दूको मित्र रूप में सहन नहीं करता । हिन्दू मुस्लिम एकता का अर्थ हिन्दुओं की गुलामी नहीं होना चाहिए । इस सच्चाईकी उपेक्षा करने से लाभ नहीं ।किसी दिन हिन्दुओंको मुसलमानोंसे लडने हेतु तैयार होना चाहिए । हम भ्रमित न हों और समस्याके हलसे पलायन न करें । हिन्दू मुस्लिम समस्याका हल अंग्रेजोंके जाने से पहले सोच लेना चाहिए अन्यथा गृहयुद्धके खतरेकी सम्भावना है ।
ए बी पुरानी इवनिंग टाक्स विद अरविन्द पृष्ठ २९१-२८९-६६६
फिर भी धर्मनिरपेक्षता के रोग से ग्रसित आज के बुद्धिजीवी कहते हैं हिन्दू मुस्लिम एकता संभव है !
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