उतिष्ठ कौन्तेय
उतिष्ठ कौन्तेय (०८/०४/२०२०)
१. जमातियोंद्वारा चिकित्सकोंपर थूकने और परिचारिकाओंसे (नर्सोंसे) अभद्र व्यवहार करनेके पश्चात नरेलामें ‘क्वारंटाइन’ केन्द्रमें मोहम्मद फहद और अदनान नामक जमातीने अपने कक्षके बाहर ही शौच कर दिया, जिसका अभिज्ञान जब स्वच्छता कर्मियोंको हुआ तो जमातियोंने उनके साथ भी अभद्रता की । अधिकारियोंने जमातियोंके इस अनुचित व्यवहारकी जानकारी इंडस्ट्रियल थाना नरेलाको दी तथा इनपर शासकीय आदेशोंके उल्लंघन सहित अन्य धाराओंमें अभियोग प्रविष्ट किया ।
केन्द्र ऐसे लोगोंके उपचारमें क्यों धन व्यर्थ कर रहा है, यह समझके बाहर है ! आशा है कि शासनपरसे यह तुष्टिकरणका भ्रम शीघ्र दूर होगा !
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२. बिहारके सतलखा गांवमें एक ७० वर्षीय वृद्धाका गला दबाकर तब हत्या कर दी गई, जब वे प्रधनमन्त्रीद्वारा बताए गए विशिष्ट समयपर विद्ययुत दीप बुझाकर, ज्योति प्रज्वलित करके सामूहिक रूपमें बाहर निकलकर उनके सन्देशका पालन कर रहे थे । पडोसके मुसलमान समुदायद्वारा ऐसा न करनेसे झगडा हो जानेपर, उन छह धर्मान्धोंने वृद्ध स्त्रीका गला दबाकर हत्या कर दी ! वृद्ध महिलाके पुत्रद्वारा परिवाद करनेपर हत्याका प्रकरण प्रविष्ट किया गया । परिवारके सदस्योंने हत्याके आरोपियोंको स्थानीय विधायक फैयाज अहमदका सम्बन्धी बताया है । वहीं मधुबनीके विधानपार्षदने बताया कि धक्का लगनेसे वृद्धाकी मृत्यु हो गई !
तो अब हिन्दुओंकी सुनवाई भी नहीं होगी; क्योंकि एक तो अपराधी जिहादी विधायकके सम्बन्धी है और दूसरा विशेष वर्गसे हैं ! वहीं यदि यह अपराधी कोई हिन्दू होता तो समाचार वाहिनीयोंपर मुख्य समाचार होता ! इससे स्पष्ट है कि अब हिन्दुओंको अपनी रक्षा हेतु स्वयं आगे आना होगा !
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३. अमेरिकाके राष्ट्रपति ट्रंपने भारतसे सहायता हेतु औषधियोंकी मांग की, जिसकी भारतने स्वीकृति भी प्रदान की; परन्तु इस प्रसंगके दो दिवस पश्चात राष्ट्रपति ट्रंपने अमेरिकाकी संसदमें अहंकार युक्त कथन कहे कि यदि भारत हमारी सहायता न करता तो उसे इसका परिणाम भोगना पड सकता था !
समाचार यह सिद्ध करता है कि भारतको अमेरिकासे रखे जानेवाले सम्बन्धोंके विषयमें किसी भ्रममें नहीं रहना चाहिए । पाकिस्तान जैसे आतंकी राष्ट्रको शस्त्र व धन उपलब्ध करानेवाला देश भारतके सहृदय कैसे हो सकता है ?; अतः भारत शासन शीघ्र ही आत्मनिर्भर बने, जिससे ये कथित विकसित देश भारतको कदापि दबा न सके !
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