उत्तिष्ठ कौन्तेय
१. न्यूज पोर्टल’ ऑपइण्डियाद्वारा हिन्दू पीडितोंके समाचार और उपद्रवोंका सत्य सामाजिक जालस्थलपर बतानेपर कि देहलीमें हुए उपद्रव कोई अकस्मात घटना नहीं थी, वरन विशेष वर्गद्वारा कई माह पूर्व सुनियोजित ढंगसे किया गया था, तो इसपर ट्विटरने ऑपइंडियाके खातेके साथ-साथ सम्पादक अजीत भारतीके खातेको भी प्रतिबन्धित कर दिया !
इससे ट्विटरकी हिन्दू विरोधी मानसिकता उजागर होती है । सभी हिन्दू इन्हींके ट्विटर माध्यमका उपयोगकर इनकी इस हिन्दूद्रोही मानसिकताके विरुद्ध ट्रैंड चलाए और इन्हें पाठ पढाएं !
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२. उत्तरप्रदेश शासनने हिंसा अथवा उपद्रवके मध्य सार्वजनिक सम्पत्तिको आगजनी या क्षति पहुंचाने वालोंके विरुद्ध अध्यादेश लानेके निर्णयको स्वीकृति दे दी है । इस अध्यादेशमें क्षतिकी वसूलीके साथ ही दंडका प्रावधान भी है । उल्लेखनीय है कि योगी शासनने हिंसाके आरोपियोंके फलक (पोस्टर) भी लगाए थे, जिसे लेकर इलाहाबाद उच्च न्यायालयने हटानेके आदेश दिए थे !
जिहादियोंके विरुद्ध इस प्रकारके कठोर प्रावधान बनाकर योगीजी सरहानीय प्रयास कर रहे हैं । अन्य शासकगण भी इनसे सीख लेकर ऐसे ही अधिनियम बनाए, जिससे जिहादियोंकी हिंसा करनेकी वृत्तिपर पूर्ण रूपसे अंकुश लग सके !
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३. शाहीन बागमें प्रदर्शन कर रहे लोगोंने शुक्रवार रात्रि एक ‘प्रेस कॉन्फ्रेंस’के माध्यमसे शासनसे ‘सीएए’, ‘एनआरसी’ और ‘एनपीआर’को वापस लेनेकी मांग करनेके साथ-साथ देहली उपद्रवमें जिन मुसलमान लोगोंको बन्दी बनाया गया गया है, उन्हें मुक्त करनेकी मांग की !
आतंकियोंका साथ देनेवाले आतंकी ही होते हैं, यह भारत कब समझेगा ? और इन शाहीन बागके आतंकियोंको कब बंदी बनाएगा ? यह प्रश्न प्रत्येक राष्ट्रनिष्ठ व्यक्तिके मनमें है !
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४. देहलीमें विवाहका झांसा देकर महिलासे दुष्कर्मका प्रकरण सामने आया है । शाह कंवर अलीने युवतीसे वैवाहिक जालस्थलकेद्वारा (मैट्रिमोनियल साइटकेद्वारा) मित्रता की और विवाहका वचन देकर उसे मिलनेके लिए एक अतिथि गृहमें (गेस्ट हाउसमें) बुलाया और महिलाके साथ दुष्कर्म किया । उल्लेखनीय है कि २८ वर्षीय महिलाका अपने पतिसे सम्बन्ध विच्छेदका (तलाकका) अभियोग चल रहा है । पुनः विवाहके लिए महिलाने वैवाहिक जालस्थलपर खाता बनाया था ।
अल्प आयुकी युवतियां यदि ऐसे जिहादियोंके चुंगलमें फंस जाती हैं तो समझमें आता है किन्तु ये व्यस्क स्त्रियां किसी अनजान व्यक्तिसे मिलने अज्ञात स्थानपर जाती क्यों है यह समझमें नहीं आता है !
(१५/०३/२०२०)
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