उत्तिष्ठ कौन्तेय !


आजम खानको ‘सुन्नी वक्फ बोर्ड’से बडा झटका, भूमि अतिक्रमणसे मुक्त होगी
वर्ष २०१६ में आजम खानने अपने पदका दुरुपयोग करते हुए ‘वक्फ’ मन्त्रीके रूपमें ‘वक्फ’ संख्या १५७ अनाथालय रामपुरके भूखण्डसे वहां रहनेवालोंको निष्कासितकर, उनके घरोंको तुडवाकर अपनी अवैध अट्टालिका बना ली थी, जिसे वक्फ बोर्डने अवैध माना है और इसे गृहबन्दीके हटनेपर गिराया जाएगा ।
आज सौभाग्यसे उत्तर प्रदेशमें योगी आदित्यनाथ जैसे मुख्यमन्त्री होनेके कारण ही वक्फ बोर्डने यह निर्णय लिया है अन्यथा पूर्ववर्ती शासनमें इनकी मनमानी चलती रही है । इस निर्णयका तो स्वागत है; परन्तु प्रश्न यह भी है कि जब धर्के आधारपर देशका विभाजन हुआ और पाकिस्तानमें कोई इस ‘वक्फ’ जैसी हिन्दू संस्था नहीं है तो भारतमें इसकी क्या आवश्यकता ? इसे शासन समाप्तकर समान नागरिक संहिता लागू करे ! यह मांग उठानेका समय भी आ चुका है ।
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  ‘एएमयू’के शाकिब और शेखने किया पाकिस्तानके समर्थनमें भारत विरोधी ‘पोस्ट’
       अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालयके दो छात्रों, शाकिब रसूल भट्ट और शेख अरफातने ईदके समय सामाजिक प्रसार माध्यमपर (सोशल मीडियापर) भारत विरोधी और पाकिस्तानके समर्थनमें टिप्पणियां की । दोनोंने फेसबुक पृष्ठपर पाकिस्तानको अपना देश बताते हुए पोस्ट साझा किया ! उन्होंने पाकिस्तानकी ईद मनानेकी इच्छा व्यक्त करते हुए कश्मीरको पाकिस्तानका अंग बननेकी इच्छा व्यक्त की ! इसको लेकर हिन्दूवादी नेता दीपक शर्माने अतरौली थानामें परिवाद (शिकायत) देते हुए दोनोंके विरुद्ध कार्यवाहीकी मांग की है । पुलिसने दोनों छात्रोंके विरुद्ध भारतीय दण्ड संहिताकी ‘धारा १५३-ए, १५३- बी, सूचना प्रौद्योगिकी संशोधन अधिनियम २००८’के अन्तर्गत अभियोग प्रविष्टकर जांच आरम्भकर दी है ।
       हिन्दुओंके दिए ‘कर’के धनसे शासनद्वारा पोषित जिहादी पढ-लिखकर, देशके विरुद्ध विषवमन करते हैं तो ऐसेमें किसे दोष दें ? जिहादियोंको या उनके पोषक शासकगणको ?, यह समझके परे है; अतः हिन्दुओ, केवल हिन्दू राष्ट्रकी स्थापना ही एकमात्र समाधान है; अतः उसके लिए ही सज्ज हों ! (२८.०५.२०)
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उत्तर प्रदेशमें जिहादी चांदने अवयस्क हिन्दू बालिकासे किया दुष्कर्म, ‘वीडियो’ बनाकर डाला ‘व्हाट्सएऐप्प’पर
      उत्तर प्रदेशके नोएडाके भंगेल गांवमें एक हिन्दू बालिकासे जिहादियोंद्वारा दुष्कर्मका प्रकरण उजागर हुआ है । पुलिसने इस प्रकरणमें दोनों आरोपियों, मुरस्लीन और शानको बन्दी बनाया है । इन दोनोंने हिन्दू युवतीसे दुष्कर्म करनेके साथ-साथ दृश्यपट (वीडियो) बनाकर उसे ‘व्हाट्सऐप्प’ गुटमें डाल दिया । एक वर्ष पूर्व जब पीडिता अपनी बहनके साथ गांवमें भाडेके निवासस्थानमें रह रही थी तो अपराधीने उसे मादक द्रव्य खिलाकर दुष्कर्म किया था और ‘वीडियो’ बनाकर उसे धमकाता रहा व एक वर्षतक उसके साथ दुष्कर्म करता रहा ! जब पीडिता किसी कारणवश अपने गांव चली गई तो उन दोनों अपराधियोंने उसका ‘वीडियो’ ‘व्हाट्सऐप्प’ गुटमें डाल दिया और पुलिसको सूचना देनेपर उसे तथा उसके परिजनकी हत्या करनेकी धमकी भी दी ।
       हिन्दू युवतियो, यदि अपनी व अपने परिजनकी प्राणोंकी तनिक भी चिन्ता है तो जिहादियोंसे दूर ही रहें और किसी प्रकार कोई सम्पर्क न बनाएं, यही एकमात्र समाधान है !
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जातिवादका विष घोलनेवाली किरण यादवने दी अयोध्यामें राम मन्दिर तोडनेकी धमकी
     किरण यादव, जो स्वयंको ‘दलित’ तो कभी पिछडा बताकर घृणा प्रसारित करती रही है, उसने धमकी दी है कि यदि अयोध्यामें राम मन्दिर बनाया गया तो वो राम मन्दिरको पुनः तोडेगी ! अपने ‘ट्वीट’में किरण एक ओर किरण अयोध्याको बौद्ध स्थल बता रही है, जिसका इसके पास कोई साक्ष्य नहीं है तो दूसरी ओर राम मन्दिरको पुनः तोडनेकी बातकर रही है ।
      स्वार्थके चलते ऐसे देशद्रोही तत्त्व न केवल इस देशके प्राण, श्रीरामका अपमानकर रहे हैं, वरन हिन्दुओंको ‘दलित’ आदिमें विभाजितकर रहे हैं, वस्तुतः ऐसे निकृष्ट लोग मृत्युदण्डके पात्र हैं; परन्तु विचित्र है कि इतनी विडम्बनाके पश्चात भी सभी धर्मधुरन्धर व कथित हिन्दू हितैषी राजनीतिक दल मौन बैठे हैं ! हिन्दुओ, स्मरण रखें, हमारा मौन ही आज सनातन धर्मकी इस दुःखद स्थितिका मूल कारण है !
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प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदीपर आपत्तिजनक टिप्पणी करनेपर जिहादी गायक मेनुल एहसानपर प्राथमिकी प्रविष्ट 
     प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदीके विषयमें सामाजिक जालस्थलपर (सोशल मीडियापर) आपत्तिजनक टिप्पणी करनेके प्रकरणमें बांग्लादेशके गायक एहसानपर गुजरातके गांधीनगरकी पण्डित दीनदयाल पेट्रोलियम विश्वविद्यालयमें पढनेवाले छात्र सुमन पॉलद्वारा परिवाद (शिकायत) प्रविष्ट किया गया है । सुमनने बेलोनिया थानेमें २५ मईको परिवाद किया था कि ‘इस गायकका सदैव अपने देशमें विरोध ही किया गया, यह हमारे देशमें आया । भारतमें प्रसिद्धि अर्जित की और प्रधानमन्त्रीका अपमान करते हुए बांग्लादेश लौट गया । मैं भारतीय उच्चायुक्तसे अनुरोध करता हूं कि उसका  पारपत्र (विसा) अर्थात भारतमें रुकनेकी अनुमतिको निरस्त किया जाए । उसके साथ सभी अनुबन्ध (कॉन्ट्रेक्ट) निरस्तकर दिए जाएं, जिससे वह पुनः भारत न आ सके !’ उल्लेखनीय है कि प्रधानमन्त्रीके विरुद्ध बोलनेसे पूर्व मेनुलने गतवर्ष रवीन्द्रनाथ टैगोरपर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की थी और कहा था कि रवीन्द्रनाथ टैगोरद्वारा लिखा गया गीत बांग्लादेशी राष्ट्रगान बननेके योग्य नहीं है ।
     सर्पको कितना भी दुग्ध पिला दो, वह विषवमन ही करेगा, जिहादी एहसान जैसे प्रसिद्धि देनेवाले भारतको यह अच्छेसे समझ लेना चाहिए और ऐसे जिहादियोंका भारतमें प्रवेश बन्द करना चाहिए !
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पंजाबमें ८० वर्षीय सन्तकी निर्मम हत्या
       पंजाबके रूपनगरमें ‘श्रीमुनिदेशम आश्रम’में एक ८० वर्षीय सन्त, महात्मा योगेश्वर स्वामीजीकी निर्मम हत्याकर दी गई । वे गहबन्दीके कारण एकाकी ही रह रहे थे । उनकी एक बाजू काट दी गई, सिर धडसे पृथककर दिया गया एवं  सिरके केश उखाड दिए गए । उनका कक्ष रक्तसे लथपथ था व शरीर गल चुका था । सन्तका जन्म हिमाचलमें हुआ था; परन्तु वे पंजाबमें रह रहे थे । लोग बताते हैं कि बाबा सदैव हिन्दुत्वके प्रचार-प्रसारके लिए चिन्तित रहते थे ।  इन्दिरा गान्धीके समय गोरक्षाके लिए साधुओंने जो आन्दोलन किया था,  उन्होंने उसमें बढ-चढकर भाग लिया था, इसके लिए वो कारावास भी गए थे । पुलिसने दीपक व संजय नामके दो आरोपियोंको बन्दी बनाया है । हत्याका कारण लूट बताया जा रहा है । आरोपियोंसे आश्रमसे लूटकी सामग्री भी मिली है; परन्तु स्थानीय लोगोंमें पुलिस व प्रशासनके प्रति ठीकसे कार्यवाही न करनेके लिए रोष व्याप्त है । पंजाबके स्थानीय शिवसेना नेताओंने भी इस हत्याको लेकर कडा विरोध प्रकट किया था ।
    पहले महाराष्ट्र और अब पंजाबमें साधुओंकी निर्मम हत्या की जा रही है । दिखाई  तो लूट गई है; परन्तु यह निश्चित ही पंजाबमें बढते ईसाई ‘मिशनरियों’के प्रभावके कारण हो रहा है । साधु-सन्तोंके देशमें सन्त ही सुरक्षित नहीं हैं, ऐसेमें हिन्दू राष्ट्रकी स्थापना ही एकमात्र उपाय है । (२७.०५.२०)
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पाकिस्तान शासनने अयोध्यामें निर्माणाधीन राममन्दिरके विरोधमें संसदमें किया प्रस्ताव पारित 
      पाकिस्तानने अयोध्यामें राममन्दिर निर्माणको रोकनेकी मांग की है ! ११ मईको अयोध्यामें भूमि समतलीकरणका कार्य और २६ मईको मन्दिर निर्माणका कार्य आधिकारिक रूपसे आरम्भ हुआ है । यद्यपि इसका शुभारम्भ तभी हो गया था, जब रामललाके विग्रहको, अस्थायी मण्डपसे हटाकर अस्थायी ‘बुलेटप्रूफ’ मन्दिरमें रखा गया था और भव्य राममन्दिर निर्माणका कार्य आरम्भ हुआ था, इसीसे भारतके धर्मान्धोंके साथ पाकिस्तानको भी आपत्ति हो रही है । पाकिस्तान शासन और प्रधानमन्त्री इमरान खानने इसके विरोधमें प्रस्ताव पारित किया है । पाकिस्तानके विदेश मन्त्री शाह महमूद कुरैशीने लिखितमें राममन्दिरको रोकनेकी मांग की है । इमरान खानने कहा है कि भारतमें हिन्दुओंका शासन है और वहां मस्जिदके स्थानपर राममन्दिर बना रहे हैं, हम इस मन्दिरको सहन नहीं करेंगे !
        स्पष्ट है कि पाकिस्तानी जिहादी हमारी भूमिपर श्रीरामका मन्दिर सहन नहीं कर पा रहे हैं तो पाकिस्तानमें खडे मन्दिरोंको कैसे सहनकर पाएंगे ? इसीसे इन हिन्दूद्वेषी विषधर सर्पोंकी विषकारी मानसिकता प्रकट होती है कि ये कहते कुछ हैं और इनके मनमें सदैव हिन्दू विरोध ही रहता है । (२८.०५.२०२०)
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टिड्डियोंके आक्रमणको जायरा वसीमने बताया ‘अल्लाहका कहर’
इस्लाममें अभिनय ‘हराम’ (अमान्य) है, यह कहकर अभिनयसे मुक्ति लेनेवाली एक ‘नटनी’ जायरा वसीमने देशमें टिड्डियोंके आक्रमणको अहंकारी लोगोंपर ‘अल्लाह का कहर’ बताया है । ‘ट्विटर’पर इसनेने बुधवारको यह बात लिखी ।
उसने जो लिखा उसका तात्पर्य यह था कि मुसलमानोंके अल्लाहने अमुस्लिमोंपर क्रोध किया है और ये टिड्डियां दण्ड देने हेतु भेजी हैं ।
अब कोई इसे बताए कि ये टिड्डियां मूलतः अफ्रीकासे होते हुए पाकिस्तान और वहांसे भारतमें आई हैं । इसका अर्थ यह कि पाकिस्तान जो स्वयं एक इस्लामी देश है, वहां अहंकारी अधिक हैं और इस्लामके अनुसार अभिनयको ‘हराम’ मानकर अभिनय छोडनेवाली इस नटनीको यह भी बताना चाहिए कि यदि चित्रपटपर अभिनय ‘हराम’ है तो ‘ट्विटर’ ‘हलाल’ कैसे हुआ ? यदि यह भी ‘हराम’ है तो इसका उपयोग करनेवाले को क्या कहा जाएगा ?
 वस्तुतः हमारे देशके अधिकांश युवा इन्हें अपना आदर्श मानते हैं और अब समय आ गया है कि उन युवाओंको अपने धर्मका और इनके कुकृत्योंका बोध कराया जाए !


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