घरमें मित्रों व परिजनको बुलाकर मांसाहार कराना, मद्य पिलाना, सिक्थवर्तिका (मोमबत्ती) जलाकर देर रात ऊंचे स्वरमें पाश्चात्य संस्कृतिके गाने लगाकर नृत्य करनेसे, घरसे देवताओंका वास्तव्य समाप्त हो जाता है और उस वास्तुमें अनिष्ट शक्तियां वास करने लगती हैं; अतः आधुनिक शैलीमें भोज (पार्टी) करनेकी अधार्मिक कृतिसे बचें ।
Leave a Reply