नवम्बर २६, २०१८
गुजरातके पूर्व मंत्री दिलीप संघाणीने अमूल दूधके सर्वेसर्वा रहे वर्घिस कूरियनपर धर्मान्तरणको लेकर आरोप लगाते हुए कहा कि भारतमें ‘दुग्ध क्रांति’के जनक वर्घिस कूरियन अमूलके पैसेसे गुजरातके डांगमें धर्मान्तरणका धंधा करने वाले ईसाई संस्थाओंको धन उपलब्ध कराते थे !
गुजरात सहकारी दुग्ध एवं विपणन संघ (अमूल) सहित गुजरात मिल्क मार्केटिंग फैडरेशन, इंस्टीट्यूट ऑफ रुरल मैनेजमेंट तथा नेशनल डेयरी डवलपमेंट बोर्ड सहित कई संस्थाओंकी स्थापना करने वाले, ‘पद्म विभूषण’से सम्मानित कुरियनको दुग्ध क्रांतिका जनक माना जाता है। ऐसेमें दिलीप संधाणीका यह आरोप काफी बडा है । यह और भी अचम्भित करने वाली बात है कि अमूलकी स्थापना करने वाले त्रिभुवन पटेलको आज कोई नहीं जानता और उसके सचिव रहे वगीर्ज कुरियन दुग्ध क्रांतिके जनक बना दिए गए ! यदि यह आरोप सही है तो यह अंग्रेजी मीडिया प्रबन्धनका सबसे बडा उदाहरण है ।
“इससे स्पष्ट है कि धूर्त ईसाई मिशनरियां बडे-बडे अधिकारियों व व्यापारियोंके साथ मिलकर दशकोंसे ही धर्मान्तरणके अवैध कार्यमें लिप्त है ! प्रशासनसे अपेक्षा है कि वे इसमें संज्ञान ले व आज भी दान, सेवा व शिक्षाके बहाने धर्मान्तरण अर रही मिशनरियोंपर कार्यवाही करें !”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : इण्डिया स्पीक्स डेली
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