जनवरी २६, २०१९
कर्नाटकके चिक्काबल्लापुर जनपदमें कथित रूपसे प्रसाद खानेसे एक महिलाकी मृत्यु हो गई, जबकि दो बच्चों सहित नौ लोग गम्भीर रूपसे रुग्ण हो गए । पुलिसने तीन महिलाओंको बन्दी बना लिया है । गत माह ही राज्यके चामराजनगर जनपदके एक मंदिरमें विषैला प्रसाद खानेसे १७ लोगोंकी मृत्यु हो गई थी, जबकि १०० रुग्ण हुए थे । इसमें एक पुजारी सहित चार लोगोंको बन्दी बनाया गया था ।
पुलिसने शनिवारको बताया कि चिंतामणि नगरमें स्थित गंगम्मा देवी मंदिरमें शुक्रवार, २५ जनवरीकी रात समारोह आयोजित हुआ था । दो महिलाएं वहां आईं और लोगोंके मध्य प्रसाद वितरण करने लगीं । कुछ समय पश्चात प्रसाद खानेवाले लोगोंको उदर वेदना (पेट दर्द) होने लगा । उन्हें निजी चिकित्सालय ले जाया गया । कविताकी (२२) मृत्यु हो गई, जबकि उसके परिवारके चार अन्य सहित कुल नौ लोगोंकी स्थिति गम्भीर है ।
पुलिसने कहा, “इसमें मंदिर प्रबन्धनकी कोई भूमिका नहीं है । वहां किसीने प्रसाद नहीं बनाया । दो महिलाएं बाहरसे प्रसाद लेकर आई थीं और वितरण कर रही थीं । उनकी खोज जारी है ।”
“ईसाई मिशनरियां दक्षिण भारतमें अत्यधिक सक्रिय है और भिन्न-भिन्न प्रकारके हथकंडे अपनाती है ! कहीं यह उन्हींमेंसे एक तो नहीं कि किसीप्रकार लोगोंका विश्वास टूटे और वे अपना कार्य कर पाए ! मिशनरियोंके ऐसे कुकृत्योंके समाचार समय-समयपर सामने आते रहे हैं; अतः केन्द्र शासन इसमें हस्तक्षेपकर जांच करवाए, यह सभी हिन्दुवादियोंकी मांग है !”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : जागरण
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