मई ३, २०१९
देवभूमि उत्तराखण्डमें बढते हुए मजहबी उन्मादी संक्रमणके विरुद्घ अब वहांकी जनता स्वयं ही खडी होती दिख रही है । कहते हैं कि जब बात अपनी अस्मितापर आ जाती है, तब मानव बलात विधान अपने हाथमें ले लेता है । यही हुआ उत्तराखण्डके पिथौरागढमें, जहां जीशान खान नामक उन्मादी धर्मान्धने एक युवतीसे दुष्कर्मकर उसकी अश्लील वीडियो बनाकर उसके पतिको भेज महिलाके वैवाहिक जीवनमें आग लगानेसे जनाक्रोश भडक गया । सैकडोंकी संख्यामें आक्रोशित लोगोंने जीशानके घरको आग लगा दी ।
देखते ही देखते स्थिति अत्यधिक गम्भीर हो गई तथा बडी संख्यामें लोग एकत्र होने लगे । लोगोंके आक्रोशको देखकर पुलिस प्रशासनके हाथपांव फूल गए । धारचूला थाना पुलिसको स्थितिपर नियन्त्रण करनेके लिए आसपासके थानोंसे पुलिस बल मंगाना पडा तथा विभिन्न संगठनोंके प्रतिनिधियों, आम जनोंके साथ प्रशासनने बैठककर शान्ति बनाए रखनेकी विनती की; परन्तु आक्रोशित लोगोंने क्षेत्रमें चक्का जाम कर दिया ।
जानकारीके अनुसार देहरादूनमें एक विवाहिताने धारचूला निवासी जीशान नामक धर्मान्धपर दुष्कर्मका आरोप लगाया था । विवाहिताके अनुसार जीशानने बलात्कारके पश्चात उसके अश्लील चित्र भी लिए थे, जिसके बलपर वह उसे भयभीतकर बार-बार सम्बन्ध बनाता रहा । एक वर्ष पूर्व उसका विवाह विदेशमें चाकरी करनेवाले युवकसे हुआ । इसके पश्चात जीशानने विवाहिताके पतिको अश्लील चित्र भेज दिए । इसके पश्चात पतिने उसे घरसे बाहर कर दिया । विवाहिताकी परिवादपर देहरादूनमें आरोपी युवकके विरुद्घ परिवाद प्रविष्ट कराई गई है ।
जब यह सूचना स्थानीय लोगोंको मिली तो वे भडक उठे तथा धारचूलामें आक्रोश फैल गया । आक्रोशित लोगोंने जीशानकी दुकानमें तोडफोडकर आग लगा दी, उसके घरमें भी तोडफोड की । आक्रोशित जनता बन्दी बनानेकी मांगको लेकर सडकोंपर प्रदर्शन करती रही; परन्तु जीशान इससे पहले ही भाग गया । प्रकरणकी गम्भीरताको देखते हुए गुरूवार, २ मई प्रातःकाल डीएम एसपी धारचूला पंहुच गए । पुलिसने आरोपीको शीघ्र ही बन्दी बनानेकी बात कही है ।
“यदि हिन्दू समाज पहले ही सतर्क हो जाए तो धर्मान्धोंको जिहादका अवसर ही नहीं मिलेगा । पुलिस प्रशासनने कार्यवाहीमें देरी की तो यह स्थिति निर्मित हुई कि हिन्दुओंको एकत्र होकर विधानके विपरित जाना पडा; परन्तु एक चीज जो हुई, वह यह कि सम्भवतः प्रथम बार सामान्य हिन्दू जिहादी उन्मादियोंके विरुद्घ एकत्र होकर इतने उग्र हुए हैं कि जिहादीको भागना पडा ! हम विधान तोडनेका समर्थन नहीं करते; परन्तु विधान जब कार्यवाही नहीं करेगा तो क्या न्यायके लिए सामान्यजनको आगे नहीं आना होगा ? यदि हिन्दू एकत्र रहेंगें और अनुचित कृत्योंके विरुद्घ कमसे कम आवाज भी उठाएंगें तब भी कोई भी जिहादी जिहादका स्वप्न देखनेसे भी भयभीत होगा ! ”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : सुदर्शन न्यूज
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