वामपन्थी दादाका पोता और कट्टर कांग्रेसीका बेटा है ‘बुल्ली बाई’का मुख्य शिल्पकार नीरज, बहिन बोली, “यह ‘ऐप’ मुसलमान महिलाओंके विरुद्ध नहीं”


१३ जनवरी, २०२२
      ‘बुल्ली बाई ऐप’के प्रकरणमें बन्दी बनाया गया २० वर्षीय आरोपित नीरज बिश्नोई एक ‘ऑनलाइन ट्रोल्स’ है, जिससे इसे धन तो नहीं मिलता; किन्तु प्रभावित अवश्य है । एक ‘पुलिस’ अधिकारीके अनुसार, आरोपित नीरजके पिता कट्टर कांग्रेसी हैं; यद्यपि उसके दादा वामपन्थी थे ।
      मूल रूपसे राजस्थानके नागौरका रहनेवाला नीरजका परिवार अब असममें रहता है; किन्तु जबसे उसे बन्दी बनाया गया है, तबसे परिवारको भी विरोधका सामना करना पड रहा है । उसी विधिकी पढाई कर रही उसकी बहनका कहना है कि उसके भाईने मुसलमान महिलाओंके विरुद्ध नहीं; अपितु राममन्दिरके विरुद्ध ‘पोस्ट’ करनेवालों के विरुद्ध यह ‘ऐप’ बनाया था ।
       ‘द हिन्दू’की प्रतिवेदनके अनुसार, नीरजकी बहनने कहा, “यह ‘एप्लीकेशन सेल्फ जेनरेटेड’ है, जिसकी इस प्रकारसे ‘कोडिंग’ की गई है कि जैसे ही कोई राममन्दिरके विरुद्ध कुछ भी ‘पोस्ट’ करेगा, तो वह ‘बुल्ली बाई ऐप’पर ‘पॉप-अप’ होगा ।” उसने यह भी बताया कि यहां कोई ‘नीलामी’ नहीं हो रही थी, जैसा कि ‘सुल्ली डील्स ऐप’पर हो रही थी ।
       एक वरिष्ठ ‘पुलिस’ अधिकारीके अनुसार, नीरजने इस ‘ऐप’में इस प्रकारसे ‘कोडिंग’ की थी कि ‘ऐप’में सम्मिलित १०२ महिलाओंमें से इसमें किसीका भी नाम डालनेपर वह ऊपर आ जाती थी । नीरजके पिता दशरथ बिश्नोई कट्टर कांग्रेसी हैं । बेटेकी इस चेष्टाको लेकर उन्होंने कहा, “इस विषयमें किसीने यह बात उनकी मांको बता दी थी कि नीरज २ लक्ष रुपएमें महिलाओंको क्रय करता है और ४ लक्ष रुपएमें विक्रय करता है । ये सुनकर वह रुग्ण हो गई हैं ।”
      पता नहीं सत्य क्या है ? सत्य सामने आनेतक प्रतीक्षा की जानी चाहिए । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
 
 
स्रोत : ऑप इंडिया


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