एक ओर लक्ष्मी मांके चित्र या मूर्तिकी पूजा करते हैं और दूसरी ओर लक्ष्मी मांके रूपवाले चित्रके पटाखे छोड उनके स्वरूपके चिथडे उडाते हैं, एक ओर गणेशजीकी पूजा करते हैं दूसरी ओर गणेशजीके चित्रवाले मिठाईके डब्बेकी मिठाई समाप्त होनेपर उसे गणेशजीके चित्रके साथ कचडेके डब्बेमें डाल देते हैं और कहते हैं पता नहीं हमपर लक्ष्मी और गणेशकी कृपा नहीं हो रही है ! – तनुजा ठाकुर
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