‘कर्नाटकके प्रत्येक ग्राममें ‘गोशाला’ प्रारम्भ करें’, कर्नाटक उच्च न्यायालयकी राज्य शासनको सूचना


 फरवरी, २०२२
राज्यके प्रत्येक ग्राममें ‘गोशाला’ प्रारम्भ करें । प्रत्येक जनपदमें गोशाला बनाएंगे, तो भी पूर्णता नहीं होगी । जनपद और ‘तहसील’ स्तरपर ही नहीं; अपितु ग्राम स्तरपर भी गोशालाएं निर्मित करनी चाहिए, ऐसी सूचना कर्नाटक उच्च न्यायालयने राज्य शासनको दी है । आगामी सुनवाईके समय राज्यमें गोशाला बनानेके लिए और उसे चलानेके लिए कौनसी योजना  बनाई  गई  है ? इसकी  सविस्तार   जानकारी   देनेके
विषयमें न्यायालयने राज्य शासनको कहा है ।
         कर्नाटक शासन पराकोटीके स्तरपर सक्रियता दिखाते हुए दैवी संस्कृतिकी द्योतक गोसंस्कृतिको घर-घर, ग्राम-ग्राम पुनर्जागृति करे, इसके साथ साथ जनमानसमें प्रत्येकका मन सात्त्विक हो, सभी विवेकशील बनें तभी गोसंस्कृतिका सर्वश्रेष्ठतम रूपसे संवर्धन होगा । ऐसा भारतवर्षकी समस्त प्रजा व राज्यकर्ताओंसे अपेक्षित  है । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ


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