अगस्त २९, २०१८
गुजरातकी राजधानी गांधीनगरके सेक्टर-२१ में निजी विद्यालयमें बुधवार तब अभिभावक और ‘एबीवीपी’के कार्यकर्ताओंने हंगामा कर दिया, जब यहां छात्रोंके हाथमें बांधी गई राखीको अध्यापकों और प्रशासनकेद्वारा काट कर फेंक दिया गया ! कक्षा ५ की एक अध्यापिकाने इसी राखीको लेकर छात्रोंको बहुत कुछ सुनाया, जिसके पश्चात स्वयं कैंची लेकर इस राखीको काटकर फेंक दिया, जिससे अभिभावक क्रोधित हो उठे । इससे पहले भी भरुचके एक विद्यालयमें छात्राओंके हाथोंमें हिन्दुव्रतके कारणसे लगाई मेहन्दी जब तक हाथोंसे ना जाए, तब तक विद्यालय नहीं आनेको कहा गया था !
अभिभावकोंकी परिवाद है कि ‘क्रिश्चियन मिशनरी विद्यालय’ होनेके कारण गत वर्षो से राखीको लेकर अध्यापक बच्चोंको परेशान करते हैं; लेकिन इस बार उनके हाथोंसे राखी काटनेके कारण अभिभावक काफी क्रोधित थे ।
अभिभावक सीधे शिक्षामन्त्री भुपेन्द्रसिंह चुडासमाको मिलनेके लिए पहुंच गए । शिक्षा मन्त्रीने इस प्रकरणमें जांचके आदेश दिए औरर डीईओको इस प्रकरणमें प्राथमिकी प्रविष्ट करनेके लिए कहा है ।‘एबीवीपी’ने विद्यालयके बाहर धरना-प्रदर्शन किया । उसका कहना है कि मिशनरी विद्यालय हिन्दुओंकी भावनाओं और उनके विश्वासके साथ खिलवाड कर रही है ।
“शिक्षा व संस्कृतिसे सरोकार न रखने वाले इन धर्मद्रोहियोंका उद्देश्य केवल बाल मनपर ईसाई मतका प्रचार करना है, माता-पिताने अपने बालकोंको इन संस्थानोंमें प्रवेश नहीं दिलाना चाहिए” – सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : आजतक
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