जून २७, २०१८
‘हिज्बुल मुजाहिदीन’के सेनानायकने एक श्रवण सन्देशमें कश्मीरमें हिन्दुओं और कश्मीरी पण्डितोंके लिए अलग से उपनगर बनानेको लेकर चेतावनी दी है ! इसमें यह भी कहा गया है कि यदि हिन्दू कश्मीरमें यात्राके उद्देश्यसे आ रहे हैं तो उन्हें कोई कष्ट नहीं दिया जाएगा ! इसमें यह भी कहा गया है कि कश्मीरी वहां रहनेके लिए भी आ सकते हैं; लेकिन उनके अलगसे उपनगर सहनीय नहीं होगा ! १५ मिनट का यह सन्देश ‘फेसबुक’ और ‘वॉट्सऐप’पर फैल रहा है, जिसे ‘हिजबुल’ नायक रियाज नायकूके चित्रके साथ सांझा किया जा रहा है। सन्देशमें कहा जा रहा है कि अमरनाथ यात्रियोंको भयभीत होनेकी कोई आवश्यकता नहीं है, यदि वे केवल यात्राके लिए कश्मीर आ रहे हैं । कथित रूपसे सन्देशमें यह भी कहा जा रहा है कि कश्मीरी पण्डित भी कश्मीर आ सकते हैं और पैतृक घरोंमें रह भी सकते हैं; लेकिन उनका लक्ष्य यहां अपना अलग उपनगर बनानेका नहीं होना चाहिए !
इसमें शासनको भी कश्मीरी पण्डितोंके लिए कोई उपनगर नहीं बनानेकी चेतावनी दी जा रही है ! इसमें कहा गया, “हम कश्मीरी पण्डितोंके लिए अलग से उपनगर बनानेकी आज्ञा नहीं दे सकते हैं, जो उन उपनगरोंमें रहनेका प्रयास करेगा, उन्हें क्षमा नहीं किया जाएगा ! ‘हिज्बुल’का संघर्ष भारतके जम्मू-कश्मीरपर अधिकारके विरुद्ध है । हम उन लोगोंके विरुद्ध नहीं हैं, जो धार्मिक कारणोंसे कश्मीर आ रहे हैं; यद्यपि, तीर्थयात्राको कश्मीरके राजनीतिक प्रकरणसे नहीं जोडना चाहिए । कश्मीरमें सहस्त्रों ‘बिहारी’ श्रमदान करते हैं या भीख मांगते हैं, ऐसा घाटीके हर कोनेमें दिख जाता है । इनमें लडकियां और युवा नारियां भी हैं; लेकिन किसीने उनके साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया ।”
स्रोत : नवभारतटाइम्स
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