जून २८, २०१८
भारतीयोंका स्विस बैंकोंमें एकत्रित धन चार वर्षोंमें प्रथम बार बढकर गत वर्ष एक अरब ‘स्विस फैंक’तक (७००० कोटि रुपये) पहुंच गया, जो एक वर्ष पूर्वकी तुलनामें ५० प्रतिशतकी वृद्धिको दर्शाता है । स्विट्जरलैंडके केन्द्रीय बैंकके वर्तमान विवरणमें यह सामने आया है, इसके अनुसार भारतीयोंद्वारा ‘स्विस बैंक’ खातोंमें रखा गया धन २०१७ में ५०% से अधिक बढकर ७००० कोटि रुपये (१.०१ अरब फ्रेंक) हो गया ।
इससे पूर्व तीन वर्ष यहांके बैंकोंमें भारतीयोंके जमा धनमें निरन्तर गिरावट आई थी । अपनी बैंकिंग गोपनीयताके लिए पहचान बनानेवाले इस देशमें भारतीयोंके धनमें ऐसे समय दिखी वृद्धि अचम्भित करने वाली है, जबकि भारत विदेशोंमें ‘कालाधन’ रखने वालोंके विरुद्ध अभियान चलाए हुए है । ‘स्विस नेशनल बैंक’के (एसएनबी) वार्षिक विवरणके अनुसार स्विस बैंक खातोंमें जमा भारतीय धन २०१६ में ४५ प्रतिशत घटकर ६७.६ कोटि फ्रेंक (लगभग ४५०० कोटि रुपये) रह गया । यह राशि १९८७ से इस विवरणके प्रकाशनके आरम्भके बाद से सबसे अल्प थी ।
‘एसएनबी’के विवरणके अनुसार भारतीयोंद्वारा ‘स्विस बैंक’ खातोंमें रखा गया धन २०१७ में लगभग ६८९१ कोटि रुपये (९९.९ कोटि फ्रेंक) हो गया, वहीं प्रतिनिधियों या धन प्रबन्धकोंकेद्वारा रखा गया धन इस मध्य ११२ कोटि रुपये (१.६२ कोटि फ्रेंक) रहा । वर्तमान विवरणके अनुसार ‘स्विस बैंक’ खातोंमें भारतीयोंके धनमें ग्राहक जमाओंके रूपमें ३२०० कोटि रुपये, अन्य बैंकोकेद्वारा १०५० कोटि रुपये सम्मिलित है । इन सभी मदोंमें भारतीयोंके धनमें आलोच्य वर्षमें वृद्धि हुई । स्विस बैंक खातों में रखे भारतीयोंके धनमें २९११ में इसमें १२%, २०१३ में ४३%, २०१७ में इसमें ५०.२% की वृद्धि हुई, इससे पूर्व २००४ में यह धन 56% बढा था ।
‘एसएनबी’के अंक-विवरण ऐसे समयमें दिए हैं, जब कुछ माह पूर्व ही भारत व स्विटजरलैंडके मध्य सूचनाओंके स्वत: आदान-प्रदानकी एक नई व्यवस्था लागूकी गई है । इस व्यवस्थाका उद्देश्य ‘कालेधन’की समस्यासे छुटकारा पाना है । इस मध्य स्विटजरलैंडके बैंकोंका लाभ २०१७ में २५% बढकर ९.८ अरब फ्रेंक हो गया; यद्यपि इस समय इन बैंकोंके विदेशी ग्राहकोंकी जमाओं में गिरावट आई । इससे पूर्व २०१६ में यह लाभ घटकर लगभग आधा ७.९ अरब फ्रेंक रह गया था ।
स्रोत : जी न्यूज
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