व्रत त्यौहार एवं धार्मिक उत्सव

मकर संक्रांति :


हमारे पवित्र पुराणों के अनुसार मकर संक्रांति का पर्व ब्रह्मा, विष्णु, महेश, गणेश, आद्यशक्ति और सूर्य की आराधना एवं उपासना का पावन व्रत है,……

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कार्तिक मासका महत्व –


पुराणादि शास्त्रों में कार्तिक मास का विशेष महत्व है। प्रत्येक  मास का यूं तो भिन्न भिन्न  महत्व है मगर व्रत एवं तपकी दृष्टि से कार्तिक की अत्यधिक महिमा बताई गई है। स्कंदपुराण के अनुसार- ‘मासानां कार्तिकः श्रेष्ठो देवानां मधुसूदनः। तीर्थ नारायणाख्यं हि त्रितयं दुर्लभं कलौ।’ अर्थात्‌ भगवान विष्णु एवं विष्णुतीर्थके सदृश ही कार्तिक मासको श्रेष्ठ […]

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धनतेरसकी हार्दिक शुभकामनायें !


आज धनतेरस है ! आप सभीको धनतेरसकी हार्दिक शुभकामनायें ! कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन ही धन्वन्तरि का जन्म हुआ था इसलिए इस तिथि को धनतेरस के नाम से जाना जाता है। धन्वन्तरी जब प्रकट हुए थे तो उनके हाथो में अमृत से भरा कलश था। भगवान धन्वन्तरी चुकि कलश लेकर प्रकट […]

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दीपावलीमें पूजन कैसे करें ?


दीपावलीपर मां लक्ष्मी व गणेशकी पूजाकी जाती है।  इस दिन लक्ष्मी पूजन में माँ लक्ष्मी की प्रतिमा या चित्रकी पूजाकी जाती है। गणेश पूजनके बिना कोई भी पूजन  अधूरा होता है इसलिए लक्ष्मीके साथ गणेश पूजन भी किया जाता है। दीपावली पूजन कैसे करें ? प्रातः स्नान करने के पश्चात स्वच्छ वस्त्र धारण करें। अब […]

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पापमोचनी एकादशी :


पापमोचनी एकादशी व्रत चैत्र मासके कृष्णपक्षकी एकादशीको किया जाता है । पौराणिक मान्यताओंके अनुसार चैत्र कृष्ण पक्षकी एकादशी पापोंको नष्ट करनेवाली होती है । स्वयं भगवान श्रीकृष्णने इसके फल एवं प्रभावको अर्जुनके समक्ष प्रस्तुत किया था । पापमोचनी एकादशी व्रत साधकको उसके सभी पापोंसे मुक्त कर उसके लिये मोक्षके मार्ग खोलती है । इस एकादशीके […]

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काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग शृंगारोत्सव


विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग (काशी) भूत-भावन भगवान शिवके द्वादश ज्योतिर्लिंगोंमें सातवां ज्योतिर्लिंग प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग है । काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग उत्तर प्रदेशके काशी(वाराणसी-बनारस) नगरमें गंगा तटके दशाश्मेघ घाटके निकट स्थित है । भगवान भोलेनाथके त्रिशूलपर विराजती यह अविचल काशी त्रैलोक्यमें न्यारी है । निराकार महेश्वर ही यहां श्री विश्वनाथके रूपमें विद्यमान हैं ।

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आप सभीको शुभ दीपावली ! आईए अपने आंतरिक आत्मज्योतको प्रज्वलित कर अपनी अज्ञानता रूपी तमसको दूर कर, बाह्य वातावरणमें धर्मके प्रकाशको प्रज्वलित कर इस वसुंधरामें एक दिव्य ज्योति जलाकर इसे एक आजकी तुलनामें रहनेके लिए और अधिक उपयुक्त स्थान बनाकर खरी दीपावली मनाएं !

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दीपावली मनानेके लिए पटाखोंका प्रयोग कर धर्महानि मत कीजिए !


दीपावली मनोरंजनके लिए नहीं; अपितु यह धार्मिकता एवं भारतीय संस्कृतिको संजोए रखनेका त्यौहार है : दीपावलीका आनंद लेने हेतु छोटे-बडे सभी सार्वजनिकरूपसे पटाखे जलाते हैं । ध्यान रखिए, प्रसन्नता व्यक्त करनेके लिए पटाखे जलानेकी आवश्यकता नहीं होती । ध्वनिप्रदूषण एवं वायुप्रदूषण करनेवाले पटाखे अपने लिए और अन्योंके लिए भी उतने ही हानिकारक होते हैं । […]

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दुर्गा सप्तशतीके कुछ सिद्ध मंत्र


दुर्गा शक्तिकी उत्पत्ति तथा उनके ‍चरित्रोंका वर्णन मार्कण्डेय पुराणांतर्गत देवी माहात्म्यमें है। यह देवी माहात्म्य 700 श्लोकोंमें वर्णित है। यह माहात्म्य ‘दुर्गा सप्तशती’ के नामसे जाना जाता है। श्री दुर्गा सप्तशतीका पाठ मनोरथ सिद्धि एवं भगवतिकी कृपा संपादित करनेके लिए किया जाता है; क्योंकि श्री दुर्गा सप्तशती दैत्योंके संहारकी शौर्य गाथासे अधिक कर्म, भक्ति एवं […]

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आज अनंत चतुर्दशी है !


भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष की चतुर्दशी को अनन्त चतुर्दशी कहा जाता है। इस दिन अनन्त भगवान की पूजा करके संकटों से रक्षा करने वाला अनन्तसूत्रबांधा जाता है। व्रत-विधि : व्रत-विधान-व्रतकर्ता प्रात:स्नान करके व्रत का संकल्प करें। शास्त्रों में यद्यपि व्रत का संकल्प एवं पूजन किसी पवित्र नदी या सरोवर के तट पर करने का विधान […]

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