जब हम किसी व्यक्तिके व्यक्तिगत कष्ट दूर करने हेतु प्रार्थना करते हैं और यदि हमारा आध्यात्मिक स्तर ६०% से न्यून हो तो हमारी साधना द्रुतगतिसे व्यय होती है; क्योंकि क्षमता न होते हुए भी हम या तो उस व्यक्तिके प्रारब्धमें हस्तक्षेप कर रहे होते हैं या उस व्यक्तिको कष्ट देनेवाली अनिष्ट शक्तियोंसे उसे बचानेका प्रयत्न […]
यदि हमारे ऊपर गुरुकृपा हो, वास्तु देवता, स्थान देवता, कुलदेवता एवं अन्य देवता प्रसन्न हों और हम कुछ कार्य करें तो उसपर कैसे प्रभाव पडता है ?, यह आपको बताती हूं ! पिछले दो वर्षसे उपासनाके आश्रमका निर्माण कार्य चल रहा है तो कई बार वर्षाकालमें कुछ ऐसा कार्य होता है कि यदि उस समय […]
आर्थिक कष्टके निवारण हेतु करें पीपलकी पूजा पीपल वृक्षकी पूजाके चमत्कारी लाभ शास्त्रोंमें पीपल वृक्षको बहुत ही चमत्कारी माना गया है । कहा जाता है कि इसमें कई देवी-देवताओंका वास होता है, इसकी या इसके आसपास पूजा करनेसे व्यक्तिकी समस्याएं दूर होनेके साथ शुभ मनोकामनाएं भी पूरी होने लगती हैं; इसीलिए लोग शताब्दियोंसे पीपलका श्रद्धा […]
धनकी देवी लक्ष्मीकी आराधना करनेसे आर्थिक कष्ट न्यून हो जाते हैं । इस हेतु कनकधारा स्तोत्र, श्रीसूक्तका पाठ या लक्ष्मी मन्त्रका भी स्मरण करना चाहिए । किन्तु यह पठन करते समय योग्य उच्चारण एवं भावका होना अति आवश्यक है । यदि आपको संस्कृत नहीं आती हो तो आप किसी पण्डितसे इसका शुद्ध उच्चारण करवाएं एवं […]
उपासनाके आध्यत्मिक उपचार केन्द्र में जब कुछ ऐसे लोग आए जिन्हें आर्थिक कष्ट था तो मैंने पाया कि उनमेंसे सौ प्रतिशत सदस्योंका सूक्ष्म वलय काला था । उसके भिन्न कारण थे । इसलिए आज आपको इस महत्त्वपूर्ण तथ्यके विषयमें बताना चाहेंगे । यदि हमारे शरीर, मन एवं बुद्धिपर सूक्ष्म काला आवरण होता है […]
जिन्हें अपना सर्वांगीण विकास प्रिय है, उन्हें सूर्योदय एवं सूर्यास्तके दो समय साधना अवश्य ही करनी चाहिए । विशेषकर इस कालमें अग्निहोत्र, हवन, आरती एवं जप अत्यधिक फलदायी होता है । इससे देवताओंके तत्त्व घरमें आकृष्ट होते हैं । जहां देवता आएं वहां सुख-समृद्धि स्वतः ही आ जाती है । कुछ लोग कहते […]
घरके मुख्य द्वारके पास कोई बहुत विशाल वृक्ष नहीं होना चाहिए । इससे वायु, सूर्यका प्रकाश दोनों ही बाधित होते हैं और इससे घरमें जो निसर्गद्वारा सहज आध्यात्मिक उपचार होता है, वह बाधित हो जाता है । घरका मुख्य द्वार दो पल्ले का होना चाहिए एवं वह घरके भीतरकी खुलना चाहिए, इससे धन आनेपर वह […]
अपने घरमें अधिक समय ‘मोबाइल’ या दूरदर्शन संचपर रज-तम प्रधान चित्रपट या धारावाहिक न देखें ! विशेषकर हिंसक व भूतहा कार्यक्रम न देखें ! इससे घरमें नकारात्मक स्पन्दन निर्माण होते हैं; फलस्वरूप घरसे सुख-समृद्धि चली जाती है । संक्षेपमें यह जान लें कि आप जितना सात्त्विक रहेंगे, आपका घर, रोग व शोकसे तो मुक्त […]
दिनांक ३० अगस्त २०२० को साधकोंके लिए प्रथम ‘ऑनलाइन’ सत्संग रखा था, इसमें कुछ ऐसे सदस्य भी थे, जिनसे मैंने पहले कभी बात नहीं की थी; किन्तु वे आश्रमके ‘व्हात्सऐप्प’ गुटसे जुडकर साधना कर रहे थे । अर्थात उनसे मेरा प्रथम बार ही सत्संगमें वार्तालाप हो रहा था । सत्संगके पश्चात मैं अपने प्रसाधन गृहमें […]
हमारा पूजाघर, हमारे घरके वास्तुको नियन्त्रित करता है अर्थात यदि उसमें बहुत अधिक चैतन्य हो तो घरमें चैतन्य फैलता है और इससे घरकी नकारात्मकता दूर होती है एवं इष्ट व कल्याणकारी शक्तियां आकर्षित हो जाती हैं, जिससे घरके आर्थिक कष्ट भी न्यून हो जाते हैं । देवतासे अधिक शक्तिशाली इस ब्रह्माण्डमें और कौन हो सकता […]