मधुमेह ऐसा रोग है, जो किसी भी समय, किसीको भी हो सकता है । यदि आप बाहरका भोजन, रिफाइंड तेल, चीनी आदि खाते हैं और गतिहीन जीवन शैली व्यतीत कर रहें हैं तो आपको मधुमेह होनेकी सम्भावना अधिक हो….
प्याजमें ‘थियोसल्फिनेट्स’ और ‘थियोसल्फोनेट्स’ होते हैं, जो दांतोंको खराब करनेवाले विषाणुओंको न्यून करनेमें सहायता करते हैं । प्याजको कच्चा खाना उत्तम माना जाता है; क्योंकि पकानेके पश्चात इनमे…..
प्याज (संस्कृत नाम – पलाण्डुः, यवनेश्ट, मुखदूशक; अंग्रेजी नाम – Onion; अन्य नाम – कांदा, डूंगरी) एक वनस्पति है, जिसका कन्द शाकके रूपमें प्रयोग किया जाता है । इसके पत्ते पतले, लम्बे और सुंगधराजके पत्तोंके आकारके…..
टमाटरमें विद्यमान ‘लाइकोपीन’ और ‘जीएक्सैंथिन’ जैसे कुछ ‘फ्लैवोनॉयड’ आक्सीकरणरोधी तत्त्व शरीरकी मुक्त कणोंसे रक्षा करते हैं ……
रक्त शर्कराके स्तरको न्यून करनेके लिए टमाटर मधुमेह रोगियोंके लिए एक उत्तम आहार है । इसमें अत्यल्प मात्रामें ‘कार्बोहाइड्रेट’ होता है, जो मूत्र शर्कराके स्तरको नियन्त्रित करनेमें सहायक है । यह ‘क्रोमियम’का भी एक बहुत अच्छा स्रोत…..
टमाटर (संस्कृत नाम – हिण्डीरः, रक्त वृन्तकम्; अंग्रेजी नाम – टोमैटो, वैज्ञानिक नाम – सोलनम लाइकोपेर्सिकम) विश्वमें अधिक प्रयोग होनेवाला शाक है । टमाटरके बिना भारतीय रसोई अधूरी है ! यह प्रायः एक शाक माना जाता है; परन्तु वास्तवमें यह एक……
गिलोयके काढेको ब्राह्मीके साथ पीनेसे उन्माद या पागलपन दूर हो जाता है । गिलोयको ‘अडाप्टोजेनिक’ (औषधीय घटक) औषधिके रूपमें प्रयोग किया जा सकता है, यह मानसिक तनाव और चिन्ताको अल्प करती है…….
सूखी अदरक, जिसे सोंठके (संस्कृत नाम – अरद्रका, आर्द्रशाक; अन्य नाम – चुक्कू, शुंती, सोनथ; अंग्रेजी नाम – Dry Ginger) नामसे जाना जाता है, इसका उपयोग प्राचीन समयसे ही आयुर्वेदमें व्यापक रूपसे किया जा रहा है । प्रत्येक ऋतुमें और……
श्वास सम्बन्धी रोगोंका उपचार करनेमें तुलसीका सेवन उपयोगी सिद्ध होता है । मधु (शहद), अदरक और तुलसीको मिलाकर बनाया गया काढा पीनेसे श्वसन-शोथ (ब्रोंकाइटिस), ‘दमा’ और कफमें लाभ मिलता है । नमक, लौंग और तुलसीके पत्तोंसे…….
तुलसी (संस्कृत नाम – त्रिदशमञ्जरी, अंग्रेजी नाम – Holi Basil) शब्दका अर्थ है, ‘अतुलनीय पौधा’ । तुलसी भारतमें सबसे पवित्र आयुर्वेदिक औषधि मानी जाती है और ‘औषधियोंकी रानी’ भी कहलाती है ।
भारतीय संस्कृतिमें…….